नगर पंचायत की पोल खोलते बीजेपी नेता, अधिकारी के आशीर्वाद से ठेकेदार करते है मनमानी
नगर पंचायत की पोल खोलते बीजेपी नेता, अधिकारी के आशीर्वाद से ठेकेदार करते है मनमानी
मानक की उड़ाई जा रही है धज्जियां, आखिर अधिकारी मौन जनता परेशान
चोपन(संवाददाताअशोक मद्धेशिया)आदर्श नगर पंचायत चोपन के वार्ड नंबर 8 मलाही टोला में ठेकेदार द्वारा कराए जा रहे नाली निर्माण को लेकर वार्ड वासियों ने मोर्चा खोल दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि जो कार्य कराया जा रहा उसमे जम कर अनिमितताए बरती जा रही है। नाली निर्माण को लेकर ₹4 लाख रुपये का बजट रखा गया है। जो कार्य की अपेक्षा ज्यादा धनराशि मालूम होती है।
जहाँ एक और नाली निर्माण को लेकर मौके पर ही स्थानीय लोगों ने विरोध किया। तो वही कुछ लोगों ने भाजपा मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह को फोन कर मौके पर बुला लिया। मंडल अध्यक्ष मौके पर मुआयना किया तो नाली निर्माण में अनिमितता नज़र आई। उन्होंने कहा कि, जो भी विकास कार्य होगा सब मानक को देखते हुए किया जाएगा। जो भी मानक के खिलाफ कार्य करेगा उसके खिलाफ लिखित शिकायत व जांच करवा कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी। इस विषय मे अधिशासी अधिकारी से बात कर लिखित शिकायत दी जाएगी और हो रहे निर्माण की जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में किसी भी काम मे हो रही कोताही बर्दाश्त नहीं कि जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त-से-सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वही भाजपा मंडल कोषाध्यक्ष नामित सभासद धर्मेश जैन और वार्ड-05 के सभासद का कहना है कि, नगर पंचायत अपना मनमाना रवैया अपना रहा और विकास कार्यों में जमकर धांधली करने वाले ठेकेदारों का मसीहा बना हुआ है। नगर में जितने भी विकास कार्य हो रहे है, उसमें घटिया सामग्री का उपयोग कर ठेकेदार सरकारी पैसा बचा कर मौटी कमाई कर रहे। इतना ही नहीं उन्होंने सीधे तौर पर यहाँ तक कह दिया कि, अधिशासी अधिकारी को शिकायत करने पर भी दोषी ठेकेदारों पर कार्रवाई नहीं करते। जबकि लोगों को शिकायत पर जेई को बुला कर मौके का मुआयना करवा कर हो रहे कार्यों की जांच करवानी चाहिए।
विकास कार्यों पर उंगली उठाते हुए भाजपा मंडल महामंत्री विकास चौबे ने नगर पंचायत क्षेत्र में हो रहे कार्यों पर उंगली उठाते हुए कहा कि, सभी बुद्धिजीवी वर्ग को मालूम है नगर पंचायत में ठेका किसके इसारे पर और किस तरीके से मिलता है ये सब जानते है। कुछ नगर पंचायत अध्यक्ष के खास है तो कुछ ठेकेदार अधिशासी अधिकारी के खास है। जिसके चलते चहिते ठेकेदारों को काम मिल जाता है और वो चहिते होने की वजह से मनमाना काम करते है। उनको कार्यों की जांच तक होने का भय नहीं होता क्योंकि उनके आका सब संभाल लेंगे। वार्ड नंबर 5 में मंगल के घर से राकेश उपाध्याय के पीछे बड़े नाले में मिलाने के लिए नाली का निर्माण हो रहा है। जिसकी लागत लगभग ₹3 लाख 40 हज़ार रुपये है, उस नाली में भी जमकर मानक की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
इसी तरह से नगर पंचायत कार्यालय के सामने एक सीसी रोड और तीन इंटरलॉकिंग खड़ंजा लगाने का कार्य हो रहा है। सब मे गड़बड़ी की शिकायत मिल रही है। नगर पंचायत चोपन द्वारा अभी हाल में जो एक करोड़ 31 लाख का टेंडर किया गया है। वो टेंडर तो पेपर में निकला ज़रूर लेकिन काम किस ठेकेदार को आवंटन कब हुआ। इसके बारे में आम जनता तो छोड़िए जनता द्वारा चुने हुए सभासद तक को पता नहीं चल पाया।
बात तो तब भी सही लगती है कि, किस ठेकेदार को कब, कैसे और क्यों ठेका मिला इससे आम जनता को कोई सरोकार नहीं होता। लेकिन जो भी कार्य नगर में हो रहे है वो कार्य अच्छे ढंग से और टिकाऊ हो। जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग न होने पाए।
जनता को आश्चर्य होता है जब ठेकेदार अपनी मनमानी तरीके से मानक को दरकिनार करते हुए विकास का सारा कार्य करा रहा होता है और नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी व अध्यक्ष चुप रहते है।
क्या नगर पंचायत के संज्ञान में आने के बाद एक्शन मोड में आएंगे अधिशासी अधिकारी चोपन नगर पंचायत। या चहते ठेकेदार को बचाते हुए उसके कार्यों को पास कर देंगे ये आम जनता के लिए देखने की बात होगी।
लोगों की मांग है कि, नगर में जितने भी विकास कार्य किए जा रहा है, सबकी जांच एक सिरे से होनी चाहिए और उस पर कड़ी कार्रवाई के साथ ही साथ उस ठेकेदार का पंजीयन भी नगर पंचायत से निरस्त होना चाहिए जो दोषी हो।