उत्तर प्रदेश

किसानों के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निकाला मशाल जुलूस

 

सोनभद्र:कोरोनकाल के विभीषिका दौरान देश की जनता को गुमराह कर के बिना विपक्ष एव किसानों से किसी प्रकार का चर्चा किए भाजपा द्वारा देश के किसानों को उधोगपतियों के हाथों गुलाम बनाने के लिए अध्यादेश के माध्यम से किसान विरोधी कानून जो लाया गया है जिसका विरोध लाखो की संख्या में किसान आज 36 दिनों से आंदोलन के माध्यम से कर रहा है जिसमे दो दर्जन से ज्यादे किसानों की मौत भी हो चुकी है पर सरकार अपनी ही बात पर अड़ी है उसी क्रम में आज 30 दिसम्बर को प्रदेश नेतृत्व के आह्वाहन पर आक्रोशित युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने रामलीला मैदान से मशाल जुलूस निकाल कर जल्द से जल्द इस काले कानून को वापस लिए जाने की मांग को लेकर विरोध दर्ज कराया गया.

उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस पूर्वी जोन के प्रदेश महासचिव एडवोकेट धीरज पांडेय ने कहा कि देश के किसान हमारा भरण पोषण करते हैं उनके बिना भारत भूखा रहेगा और अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी हमारे जैसे कृषि प्रधान देश में राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है दुर्भाग्य से, उनकी उत्सुकताओं और चिंताओं को भाजपा सरकार ने नजरअंदाज कर दिया है भारत के किसानों को न केवल भाजपा की अपमानजनक उदासीनता से निपटना है, बल्कि लाठियों और गोलियों का भी सामना करना है और इस किसान विरोधी काले कानून को वापस कराना हैं भाजपा को इस कोरोना काल के दौरान इस बिल को अध्यादेश के माध्यम से लाकर बिना सार्थक चर्चे के ध्वनि मत से पारित कराना यह दर्शाता है कि मोदी सरकार के नीति और नियत दोनोके खोट है जो किसानों के लिए हाल ही में भाजपा तीन बिल लेकर आई है वो भारत में कृषि के भविष्य को नष्ट कर देंगे सत्ता बड़े पैमाने पर जनता की राय से बचने के लिए इन बिलों पर चर्चा करने की अनदेखी कर रहा है और झूठ बोलकर किसानों को भ्रमित किया जा रहा है नोटबन्दी जीएसटी की तरह जबकि प्रधानमंत्री पूरे देश में विरोध के बावजूद किसानों की बात सुनने से इनकार कर रहे हैं वह अपने मन की बात से संतुष्ट हैं लेकिन अब उन्हें युवा कांग्रेस अब किसानों के मन की बात सुनने पर मजबूर कर देगा और उन्हें यह काला कानून वापस लेना होगा

यूथ कांग्रेस नेता अमित चतुर्वेदी ने कहा कि हम भारत के जिम्मेदार नागरिकों के रूप में हमें अपने किसानों के मुद्दों को उठा रहे हैं किसान विरोधी तीनो कानून किसी भी हाल में मंजूर नही है कॉन्टेक्ट फॉर्मिंग नही चलेगी भण्डारण में छूट देना भी गलत है किसान न तो रेहन रख सकता हैं नही अपनी जमीन पर लोन ले सकता है किसान को उधोगपतियों का गुलाम बनाने का प्रयास मोदी सरकार इस कानून के माध्यम से कर रही है जिसमे एमएसपी की भी गारंटी नही दे रही जो कि अन्याय एव तानाशाही है इसलिए हम युवा कांग्रेस के लोग संकट की इस घड़ी में अन्नदाताओं का समर्थन कर रहे है क्यों कि हम सव खुद किसान परिवार से आते हैं किसानों को तपस्या ही देश की जीविका है जिसे तानाशाही उधोगपतियों के गुलाम सरकार को बर्बाद नही करने दिया जाएगा युवा कांग्रेस जान लड़ा देगी लेकिन किसानों के साथ अन्याय स्वीकार्य नही होगा किसान विरोधी कानून जब तक वापस नही लेती भाजपा की तानाशाही सरकार तब तक किसानों के समर्थन में आंदोलन जारी रहेगी..

उक्त अवसर पर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव त्रिपाठी ,एनएसयूआई के नेशनल क्वाडीनेटर विवेक सिंह पटेल, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष आकाश वर्मा, सत्यम पांडेय,राजू पांडेय,, राह सेवादल शहर अध्यक्ष शैलेन्द्र चतुर्वेदी,प्रदीप चौबे,,सन्नी शुक्ला, जितेंद्र पांडेय, निगम मिश्रा, देवेंद्र गुप्ता, मृणाल सिंह,मृदुल मिश्रा,गुंजन श्रीवास्तव,समेत सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।।

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