आधारशिला क्रियान्वयन व समृद्ध माड्यूल प्रशिक्षण के प्रथम बैच का हुआ समापन
घोरावल सोनभद्र: ब्लाक संसाधन केन्द्र घोरावल में आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका संदर्शिका, समृद्ध हस्तपुस्तिका ,प्रिन्ट रिच मैटेरियल एवं गणित किट पर आधारित दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को शुरू हुआ था जिसका समापन मंगलवार को हुआ।
सम्पूर्ण कोरोनाकाल में जब बच्चे विद्यालय से दूर थे ,इस दौरान बेसिक शिक्षा विभाग ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु संसाधनों व शिक्षकों के कौशल निखार हेतु भरपूर प्रयास किया है। उसी क्रम में जब विद्यालय एक मार्च से खुलने जा रहे हैं तो कक्षा कक्ष की परिवर्तित छवि ,प्रेरणा लक्ष्य को प्राप्त करने की शैक्षिक तकनीकों व प्रारम्भिक कक्षाओं में बच्चों को गणित की अवधारणाओं को मूर्त रूप से प्राप्त कराने हेतु नवीन तकनीकों द्वारा प्रशिक्षित किया गया।
बताते चलें कि यह प्रशिक्षण सम्पूर्ण प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों का होना है। एक मार्च से जब स्कूल खुलने हैं तब बच्चों को उनके वर्तमान कक्षाओं के स्तर पर लाने हेतु 100 दिन का कैम्पेन कार्यक्रम प्रेरणा ज्ञानोत्सव के नाम से चलाया जायेगा। जिसके लिये विभाग ने समृद्ध माड्यूल के नाम से भाषा और गणित की सन्दर्शिकाएं कुल तीन स्तरों पर प्राथमिक कक्षाओं हेतु प्रकाशित कराकर स्कूलों तक पहुंचाया है। बड़े ही गौरव की बात है कि इसके लेखक मंडल में जनपद के नवाचारी शिक्षक दीनबन्धु त्रिपाठी भी हैं।कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखकर प्रोजेक्टर और वेब कैमरे की निगरानी में दो कक्षों में तीस-तीस की संख्या में शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। पूरे प्रशिक्षण का मिनट टू मिनट कार्यक्रम परियोजना कार्यालय लखनऊ से प्राप्त हुआ है। और जिसकी मानिटरिंग सीमैट प्रयागराज व एसपीओ लखनऊ द्वारा आनलाईन और आफलाइन की गयी। बीईओ ने अपने उद्बोधन में कहा कि आप सभी यहाँ से जो सीखकर जायें उसे अपने कक्षा कक्ष मे लागू कर विकास खंड घोरावल को प्रेरक बनाएं। प्रशिक्षण के अन्त में सभी प्रशिक्षणार्थियों से आनलाईन फीडबैक भी लेकर परियोजना कार्यालय को भेजा गया। समापन के समय सभी को प्रेरणा शपथ भी दिलायी गयी।
प्रशिक्षण देने वालों में एआरपी दीनबन्धु त्रिपाठी, अखिलेश सिंह, धर्मराज सिंह व अविनाश शुक्ला रहे। इस अवसर पर आशीष निरंजन,रामरक्षा आलोक व हिमांशु मिश्रा तकनीकी सहायक के रूप में उपस्थित रहे। शिक्षकों में प्रशिक्षण को लेकर जबर्दस्त उत्साह देखा गया।