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फैशन डिज़ाइन सांस्कृतिक और सामाजिक व्यवहार से प्रभावित होते हैं

फैशन डिज़ाइन कपड़ों कुछ कपड़े व्यक्ति विशेष के  में पहने जाने वाले कपड़े एक्सेसरीज् पर डिज़ाइन और सौंदर्य को साकार करने की कला है। फैशन डिज़ाइन सांस्कृतिक और सामाजिक व्यवहार से प्रभावित होते हैं और समय और जगह के साथ बदलते रहे हैं। फैशन डिज़ाइनर कपड़े और उपसाधन डिज़ाइन करने में विभिन्न तरीकों से काम करते हैं। कुछ डिज़ाइनर अकेले या कुछ समूह में काम करते हैं। वे सुन्दर तरीके से डिज़ाइन किए कपड़ों के प्रति उपभोक्ता की इच्छा को संतुष्ट करते हैं और चूँकि डिज़ाइन के पश्चात् कपडे को बाजार तक आने में समय लग जाता है इसलिए वे कई बार उपभोक्ता की पसंद का पूर्वानुमान भी करते हैं। वास्तव में कुछ डिज़ाइनर इतने प्रतिष्ठित हैं कि वे ही फैशन का चलन निर्धारित करते हैं।

फैशन डिज़ाइनर प्रयास करते हैं कि उनके बनाये हुए कपड़े सिर्फ उपयोगिता की दृष्टी से ही नहीं बल्कि दिखने में भी अच्छे लगें. उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए, वह कपड़ा कौन पहनेगा और उसे किन मौकों पर पहना जायेगा. उनके पास काम करने के लिए कपड़ों की विस्तृत श्रंखला और सामग्री का संयोजन होता है और इसके साथ ही रंगों, नमूनों और शैलियों की भी विस्तृत श्रंखला होती है। हालांकि ज्यादातर रोज़ाना पहने जाने वाले कपडे पारंपरिक शैली की श्रेणी में आते हैं, पर कुछ अलग तरह की पोशाकें कुछ ख़ास मौकों के लिए होती हैं, जैसे कि शाम को पहने जाने वाली पोशाकें या फिर पार्टी में पहने जाने वाले पर डिजाइन,

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