उत्तर प्रदेश

रांची रीवा राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर हिचकोले भर रहे वाहन

रांची रीवा राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर हिचकोले भर रहे वाहन 

विंढमगंज(राकेश केशरी)सोनभद्र स्थानीय झारखंड बॉर्डर पर की स्थिति थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाली रांची सीमा राष्ट्रीय राजमार्ग 75 पर स्थित विंढमगंज दुद्धी मार्ग लगभग 14 किलोमीटर इन दिनों बिल्कुल खस्ताहाल हो गया है इस मार्ग पर चलने वाले दो पहिया वाहन व भारी वाहनों को यह पता ही नहीं चलता है कि हम रोड पर चल रहे हैं या गड्ढे में | व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमल कुमार जयसवाल ने कहा कि झारखंड से उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाली करीब 14 किमी लंबी सड़क

में दो से तीन फीट गहरे गड्ढे से पूरा रोड क्षतिग्रस्त हो चुके हैं गढ्ढों में आय दिन दो पहिया वाहन सवार एवं पैदल राहगीर गिरकर चुटहिल हो रहे हैं वहीं बड़े वाहन हिचकोलें भरने को विवश हैं मात्र 14 किलोमीटर की दूरी सफर करने में दोपहिया वाहनों को 1 घंटे का समय लग जाता है वही चार चक्के की सवारी गाड़ियों को 2 घंटे का समय हिचकोले भरते हुए गुजारने पड़ते हैं इस इलाके के दर्जनों गांव के रहवासियों को अपने सरकारी कार्यों के लिए दुध्दि तहसील ब्लाक और मुंसिफ मजिस्ट्रेट वह कोतवाली जाने के लिए यही एक रास्ता है ग्रामीण राजकमल यादव अक्षैबर नाथ केशरी विजय यादव महेंद्र कुमार पवन कुमार सुरेंद्र कुमार पासवान राजाराम राजन दुबे के मुताबिक बारिश के बाद सड़क पर बने गढ्ढों में पानी इकट्ठा हो जाने के बाद यहां दुश्वारियां और बढ़ जाती हैं|ऐसे में अक्सर दुर्घटना होने का भय बना रहता है व आए दिन दुर्घटना हो भी जाती है जहां यह रोड पूरी तरह से ध्वस्त हो कर अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है

वहीं रोड के पटरियों पर बिखरी पड़ी गिट्टियां भी दुर्घटना की वजह बन रही हैं|इन बिखरी पड़ी गिट्टियों पर दो पहिया वाहन सवार अक्सर सरक कर गड्ढे में गिर पड़ते हैं वहीं बड़े वाहनों के टायर से दबकर छिटकी गिट्टियां गोली के वेग से निकलती हैं और अनायास ही राहगीरों एवं रहवासियों को घायल कर देती हैं|इस चोट से उबरने में उन्हें हफ्तों लग जाते हैं| इनमें बने गढ्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं|तब से आज तक विभागीय अधिकारियों ने इसकी कोई सुधि नहीं ली|स्थानीय नागरिकों ने इस समस्या की ओर जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट करते हुए तत्काल मार्ग के मरम्मत कराए जाने की मांग की है

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button