डॉ.आर.एम.एल.एस शिक्षण संस्थान में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ध्वजारोहण कार्यक्रम हुआ सम्पन्न
बभनी : म्योरपुर विकासखंड अंतर्गत संचालित विद्यालय डॉ. आर. एम.एल.एस शिक्षण संस्थान द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम अभिभावक संघ के अध्यक्ष व पदाधिकारियों द्वारा पहुंच कर सफल बनाया गया जिस दौरान विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के साथ काफी अभिभावक मौजूद रहे जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाते हुए झंडारोहण किया गया।
वही उक्त शिक्षण संस्थान के प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार ने अपने उद्बोधन के दौरान कहा कि स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाने वाला भारत का राष्ट्रीय त्योहार है और हम इसे बड़े उत्साह और देशभक्ति के साथ मनाते हैं। इस वर्ष हम सभी अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। इस दिन हम उन महान योद्धाओं और स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति का सम्मान करते हैं जिन्होंने भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
वही उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया। इसी दिन देश के आजाद होने पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर झंडा फहराया था। तभी से प्रत्येक वर्ष देश के प्रधानमंत्री लाल लिखे पर झंडा फहराते है, राष्ट्रगान गाते है और सभी शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को 21 तोपों से श्रद्धांजलि दी जाती है। देश के प्रधानमंत्री हर साल देशवासियों को अपने भाषण के द्वारा सम्बोधित करते है और सेना द्वारा अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करते है। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी भारतवासियों के मन में देशभक्ति की भावना के साथ-साथ पूर्ण जोश रहता है।आजादी के बाद भारत देश अब तक बहुत उन्नति कर चुका है।
जिसके बाद अब 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी विद्यालय, कॉलेज, संस्थान, बाजार, कार्यालय और कारखाने सभी जगहो पर झंडा फहराया जाता है।
जैसा कि आप सभी जानते होंगे कि भारत को 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिली।
आजादी से पहले भारत एक ब्रिटिश उपनिवेश था और उस अवधि के दौरान हमारे लोगों ने बहुत कुछ सहा है और अपने प्राणों की आहुति दी है।
स्वतंत्रता के बाद जन्म लेने वाले लोगों को गर्व महसूस करना चाहिए क्योंकि वे स्वतंत्र भारत में जन्म लेने के लिए भाग्यशाली हैं। इसलिए उन्हें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को स्वीकार करना चाहिए।
आजादी के बाद, हमें अपना संविधान मिला और हम अपने मौलिक अधिकारों का आनंद लेने में सक्षम हैं।
हम सभी को एक भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए, और हमें अपने भाग्य की प्रशंसा करनी चाहिए कि हम स्वतंत्र भारत की भूमि में पैदा हुए हैं।
1857 से 1947 तक, इतिहास ने हमारे महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों के कई विद्रोह और बलिदान को देखा है।
हमें उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों जैसे महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और लाखों अन्य लोगों के बलिदानों को नहीं भूलना चाहिए, जिनके नाम भी ज्ञात नहीं हैं, लेकिन उन्होंने भारत को अंग्रेजों के औपनिवेशिक शासन से मुक्त करने के लिए संघर्ष किया।
हमें गांधीजी के अहिंसा दर्शन जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की शिक्षाओं को याद रखना चाहिए और अपने जीवन में उसका पालन करना चाहिए।
स्वतंत्रता दिवस के इस शुभ अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है,ततपश्चात देश भर के लोगों द्वारा राष्ट्रगान गाया जाता है।
इस दौरान अभिभावक संघ के अध्यक्ष सुंदर लाल , अनिल शर्मा , आशीष तिवारी, मनोज कुमार , रमेश कुमार , महेंद्र गुप्ता , व प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार गुप्ता मौजूद रहे।