उत्तर प्रदेश

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुदेवो महेश्वरा। गुरुर्साक्षात् परब्रह्म ,तस्मै श्री गुरुवे नमः

सोनभद्र:डीएवी पब्लिक स्कूल, रिहंद नगर में कोविड-19 से बचाव के सभी नियमों का पालन करते हुए बड़े ही उत्साह, उमंग एवं उल्लास के साथ शिक्षक दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के नामित अध्यक्ष,
महाप्रबंधक (टी एस) श्री ए के पपनेजा, ‘मुख्य अतिथि’ एवं मानव संसाधन विभाग के वरीय प्रबंधक श्री नीरज कुमार ‘विशिष्ट अतिथि’ के रूप में शामिल हुए । प्राचार्य श्री राजकुमार ने पुष्प गुच्छ प्रदान कर दोनों अतिथियों का स्वागत किया । इस अवसर पर अभय, राजन, आयुष ,नीलेश ,नीतेश, हर्ष राज ,यस, एकलव्य, अभिषेक, आनंद आदि छात्र-छात्राएं मौजूद थे । शिक्षक दिवस के इस पावन अवसर पर विद्यालय प्रांगण में वृक्षारोपण किया गया । महाप्रबंधक श्री ए के पपनेजा एवं श्री नीरज कुमार तथा प्राचार्य श्री राजकुमार ने आंवले का पवित्र पौधा लगाया। रानू ,प्राची, रितु यादव ,तनुजा ,तेजस ,दीपाली, प्रणिता आदि ने अपने स्वागत गान के द्वारा सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में मधुकर शाही ने हिंदी कविता तथा आदित्य यादव ने अंग्रेजी में कविता पाठ कर शिक्षकों के प्रति अपने आदर को प्रकट किया। वही कक्षा दो की छात्रा प्रकृति और कक्षा आठवीं की छात्रा प्रतिभा ने अपनी स्पीच के द्वारा शिक्षकों के सम्मान में अपने विचार व्यक्त किए। अंशिका मिश्रा ने एकल गायन और श्रेया सिंह एकल नृत्य के द्वारा इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की । श्रेया पांडे और दिव्या जयसवाल ने संयुक्त रूप से शिक्षकों के सम्मान में नृत्य किया। प्राचार्य श्री राजकुमार ने अपने स्वागत संबोधन में एन टी पी सी प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने कहा कि विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं छात्र छात्राओं के प्रति समर्पित हैं । आने वाले समय में विद्यालय नया कीर्तिमान स्थापित करेगा; इसके लिए उन्होंने अपना दृढ़संकल्प दोहराया।
मुख्य अतिथि श्री ए के पपनेजा और नीरज कुमार ने विद्यालय के सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों एवं प्रतिभागियों को टोकन गिफ्ट प्रदान कर सम्मानित किया । अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने डीएवी विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा शिक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयास की सराहना करते हुए भविष्य में और बेहतरीन परिणाम की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि शिक्षक छात्रों को शिखर पर पहुंचाने वाले और कमजोरी दूर करने वाले होते हैं। शिक्षक मार्ग दर्शक और पथ प्रदर्शक होते हैं।इस कार्यक्रम का संचालन प्रेम कुमार, मनीषी और खुशी ने संयुक्त रूप से किया। अंत में डॉक्टर आर के झा ने धन्यवाद ज्ञापन किया तथा शांति पाठ के द्वारा इस कार्यक्रम का समापन किया गया।

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