उत्तर प्रदेश

पूर्वांचल नव निर्माण मंच तथा पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच के किसानों ने मनाया काला दिवस ब्लैक डे ।

अन्नदाताओं के सम्मान में पूर्वांचल नव निर्माण मंच मैदान में

सोनभद्र में भी दिखा ब्लैक डे “काला दिवस” का असर

सोनभद्र, मोदी सरकार के द्वारा किसानों पर जबरिया थोपे जा रहे दोषपूर्ण कृषि कानून की वापसी तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनन गांरटी की जायज मांग को लेकर दिल्ली की सीमा पर किसानों का आन्दोलन तथा विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है । आज आन्दोलन के छः महीने पूरा होने पर संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर पूर्वांचल नव निर्माण मंच तथा पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच के किसानों नें अपने-अपने घरों पर काले झंडे लगाकर ब्लैक डे “काला दिवस” मनाया ।

पूर्वांचल नव निर्माण मंच के अध्यक्ष श्रीकांत त्रिपाठी के नेतृत्व में किसानों ने काले झंडे फहरा कर किसानों नें नारे बाजी भी की। मंच के कार्यालय पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे पन्नूगंज कोतवाली के प्रभारी भुवनेश्वर पाण्डेय को मंच के अध्यक्ष श्रीकांत त्रिपाठी ने महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपकर तीनों कृषि कानून वापस कराने की मांग के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनन गांरटी देने और किसानों के फसल “गेहूं” की शतप्रतिशत खरीद भी सुनिश्चित कराने की मांग की।श्रीकांत त्रिपाठी ने कहा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारंटी की मांग तथा दोषपूर्ण कृषि कानून के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों को सरकार लगातार बदनाम करने की नाकामयाब कोशिश कर रही है, किसानों की आय दोगुनी करने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनन गांरटी देने के अलावा कोई विकल्प नही है । कहा यदि किसानों के शतप्रतिशत फसल की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करा दिया जाये तो किसान खुद ही कर्जमुक्त होकर आत्मनिर्भर हो जायेगा देश का । किसान पुत्र अभय सिंह पटेल ने कहा दोषपूर्ण कृषि कानूनों का ही परिणाम है कि आज कृषि कार्य से किसान खिन्न होकर घाटे की खेती से भागने को विवश हो रहे हैं । किसान हित मे नये सिरे से किसान हितैषी कृषि कानून बनाये जाने की जरुरत है।

पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच के नेता गिरीश पाण्डेय ने काली पट्टी बांध कर किसानों के काला दिवस का समर्थन करते हुए कहा मोदी सरकार देश के अन्नदाता के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रही है , उल्टे आन्दोलनरत किसानों को बदनाम तदा परेशान करने के षडयंत्र समय समय पर रचने का काम भी कर रही है, देश के अन्नदाता के साथ सरकार की असंवेदनशीलता के कारण ही आज सैकड़ों किसान की जान जा चुकी है, लेकिन आज भी सरकार किसानों की सुनने को तैयार नहीं है । यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। गिरीश पाण्डेय ने कहा देश के सभी किसानों को आगे आकर सरकार के दोषपूर्ण कृषि कानून के खिलाफ मोर्चा खोल कर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारंटी की मांग करना चाहिए। गिरीश पाण्डेय ने बताया दर्जनों गांव के किसानों ने आज काला झंडा लगाकर विरोध दर्ज कराया है । यदि सरकार नही चेतती तो आने वाले समय मे हर गांव से किसान सड़क पर होंगे। रमाशंकर मौर्या, सुर्य कुमार सिंह, दया शंकर सिंह , अनिल गुप्ता, विनय पटेल, आलोक कुमार, सूरज सिंह, बबल, उदय प्रकाश सिंह, निर्भय पटेल, पिंटू , प्रबल, दामोदर, बेचने, ओमप्रकाश, प्रभात ने काला दिवस में हिस्सा लिया ।

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