*सलखन में बड़े अदबो एहतराम के साथ मोहर्रम का ताजिया निकाला गया।*
-- या हुसैन या हुसैन का लगाया गया नरा।
सरफुद्दीन संवाददाता सलखन
सलखन सोनभद्र सुइयां चट्टान सलखन के मुस्लिम भाइयों ने बड़े अकीदतों के साथ हर साल की तरह इस साल भी मोहर्रम का ताजिया सनिवार को 2 बजे के लगभग निकाला गया । वाराणसी शक्तिनगर राज मार्ग होते हुए ताजिया से मिलान करते हुए इमाम चौक पर सभी ताजिया को लेजाया गया। मुस्लिम भाइयों ने नौहा पड़े लकड़ी भी खेलें और मातम किए या हुसैन या हुसैन का नारा लगाते हुए ताजिया कर्बला लेजाया गया जहां अक़ीदत मंदो ने ताजिया का ज़ियारत कर फैजियाब होते रहे। अकीदत मंद मैदाने कर्बला का मंजर याद कर शहीदाने कर्बला को खेराजे अकीदत पेश कर रहे थे। ताजिया दारो में शहीदाने कर्बला की शान में अशआर पेश कर मैदाने कर्बला का मंजर याद दिलाया जा रहा था। ताजिया यों में सैकड़ों की संख्या में जहां पुरुष रहे तो वहीँ छोटे-छोटे बच्चे भी शिरकरत रहे। मासूम अली असगर की शहादत को जेहन में ताजा कर रही थी। महिलायें ताजिया को देख फैजियाब हो रही थी। ताजिया के आगे ढोल ताशे बजाए जा रहे थे जैसे लगता था कि मैदाने कर्बला का नक्शा सामने गर्दिश कर रहा हो। इस मौके पर ,शहाबुद्दीन, मजनू शाह, दिलदार, अरमान, पांचू, सौकत,जमालु,, इसराफीइल, खुर्शीद, असलम, सुइयाँ चट्टान के सब अवाम मौजूद रहे।वहीं सुरक्षा के मद्देनजर चोपन थाने की पुलिस मुस्तैद रही।