ऑपरेशन कायाकल्प , चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट
ऑपरेशन कायाकल्प , चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट
डाला (अनिल कुमार अग्रहरी)सोनभद्र- नए साल वर्ष 2020 में परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय मूलभूत सुविधाओं से सतृप्त होंगे। ऑपरेशन कायाकल्प योजना के तहत परिषदीय विद्यालयों में ब्लैक-बोर्ड, छात्र-छात्राओं के लिए उनकी संख्या के अनुरूप अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था, विद्यालय की दीवारों, छत और दरवाजे, खिड़की, फर्श आदि की मरम्मत व निर्माण किया जाएगा।
इस सम्बंध में जिले के विद्यालयों का कायाकल्प का अभियान शुरू कर दिया गया । 8 जनवरी 2020 को ब्लाक सभागार में क्षेत्र के विद्यालयों के प्रभारियों का प्रशिक्षण हुआ। इसमें उन्हें कायाकल्प के बारे में जानकारी दी गई। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि विद्यालयों में किस तरह का निर्माण कार्य होगा। इस दौरान कई अधिकारी मौजूद रहे। यहां अध्यापकों व ग्राम प्रधानों को बेहतर ढंग से मॉनिटरिंग कर किस प्रकार से विद्यालय का कायाकल्प कराया जाए इसके गुण सिखाए गए।
इस अथक प्रयाश के बाद भी पायाकल्प में घोर अनियमितता की झलक सामने आने लगी जिसका जीता जागता नमूना मालोघाट स्थित प्राथमिक विद्यालय के गेट पर बने बारजा के गिरने से लगाया जा सकता है । जिला प्रशासन का आदेश था कि 31 मार्च 2020 तक काम समाप्त हो जाना चाहिए। इसको लेकर अनियमितताएं बढ़ती गयी। और कायाकल्प धराशायी हो गया। इस सम्बन्ध में ए.बी.एस.ए. व ग्राम विकाश अधिकारी से सम्पर्क करने का प्रयाश किया गया तो सम्बन्धित का मोबाईल स्विच ऑफ रहा। इसके उपरांत खरहरा न्यायपंचायत के NPRC से सम्पर्क किया तो पता चला कि इस सम्बंध में कोई जानकारी हमें नही है लॉकडाउन की वजह से विद्यालय से सम्बंधित अध्यापीका घर चली गयीं है जो लॉकडाउन कि वजह से अभी तक आ नही पायीं । नही तो पता चल गया होता।
ग्रामीणों ने बताया कि भगवान का शुक्र है कि ये हादशा स्कूल के बन्द समय मे घटा नही तो बहुत बड़ी अनहोनी घट सकती थी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले के अन्य जगहों की कायाकल्प स्थिति भगवान भरोसे ही होगीं।