विकास खंड संसाधन हाल में ब्लाक प्रमुख लीला देवी गोंड द्वारा टैबलेट वितरण का शुभारंभ किया गया

अशोक/मद्धेशिया
संवाददाता
चोपन/सोनभद्र। दिनांक 23 दिसंबर दिन गुरुवार को ब्लॉक संसाधन केंद्र पर टैबलेट वितरण कार्यक्रम मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख लीला देवी ने शुभारंभ किया। टैबलेट के संबंध में संक्षिप्त जानकारी देते हुए खंड शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि टैबलेट शासन द्वारा चलाए जा रहे हैं समस्त योजनाओं का संघनित प्रारूप है।टैबलेट में विद्यालय में रखे जाने वाले 14 प्रकार के रजिस्टरों की व्यवस्था की गई है । अब विद्यालय के सारे काम पेपरलेस योजना के तहत टैबलेट के माध्यम से किए जाएंगे । इसमें विभाग द्वारा दिए गए सारे ऐप जैसे कि समर्थ एप्प, शारदा एप्प,प्रेरणा एप्प,निपुण एप्प
व अन्य जरूरी एप्प प्रदत्त टैबलेट में पहले से ही इंस्टॉल हैं।जिससे शिक्षक को अपने व्यक्तिगत मोबाइल से इन कार्यों को करने की अब आवश्यकता नहीं है। मोबाइल को रिचार्ज करने के लिए कंपोजिट ग्रांट से व्यवस्था करने का भी निर्देश प्राप्त है। टैबलेट का उपयोग शासन के पेपर- लेस कार्यक्रम के तहत विद्यालय के समस्त कार्य पेपर-लेस बनने की ओर पहला कदम है । जिसमे अध्यापकों को विद्यालय की उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर कर उपस्थिति दर्ज करने से मुक्त किया गया है । टैबलेट के माध्यम से फेस रीडिंग द्वारा अध्यापकों के उपस्थित ली जाएगी । बच्चों को पढ़ाने के लिए जो ऑनलाइन कंटेंट है उसे टैबलेट के माध्यम से पढ़ने में भी मदद मिलेगी । शासन द्वारा किया गया यह प्रयास शिक्षा के क्षेत्र में मिल का पत्थर साबित होगा । शासन द्वारा किए गए अभिनव प्रयास के अंतर्गत बहुत सारे विद्यालयों में स्मार्ट क्लास,स्मार्ट टीवी, टैबलेब की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी द्वारा दिए गए आदेश के तहत स्मार्ट टीवी की व्यवस्था जिन विद्यालय में अब तक नहीं हो पाई है, वहां डी एम एफ फंड से स्मार्ट टीवी की व्यवस्था करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। जल्द ही सभी विद्यालय स्मार्ट टीवी से लैस हो जाएंगे और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होगी। जो प्राइवेट विद्यालय में अभिभावक पैसा खर्च करके स्मार्ट शिक्षा देने के लिए अपने नोनीहालों को भेजते हैं। उन बच्चो के लिए अब सारी व्यवस्था प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में की जा रही है। विकास खंड चोपन के सभी शिक्षक भी कार्य क्रम के दौरान टैबलेट प्राप्त किए। कुछ दिनों में विद्यालयों में टैबलेट से कार्य प्रारंभ कर दिए जाएंगे। इससे सदुपयोग करने पर निश्चित रूप से बच्चों को लाभ प्राप्त होगा और उसके दूरगामी परिणाम भी बेसिक शिक्षा में देखने को मिलेंगे।