उत्तर प्रदेशसोनभद्र

डीएम ने आश्रम पद्धति विद्यालय के प्रिंसिपल की वेतन रोकने के दिये निर्देश

 

रवि सिंह,

समाज कल्याण अधिकारी के खिलाफ भी शासन को पत्र लिखने के दिये निर्देश

बिना सीएल लेटर शिक्षिका के अनुपस्थिति पर जताई नाराजगी

दुद्धी| जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने शनिवार को क़स्बा दुद्धी स्थित विभिन्न सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया और स्कूली बच्चों के पठन पाठन में आने वाले समस्यायों से रूबरू हुए |
डीएम ने राजकीय आश्रम पद्धति इंटरमीडिएट कालेज पहुँच कर सबसे पहले कक्षा में पहुँचकर अध्यापन कर रहे बच्चों से शिक्षकों के रवैये के बारे में जानकारी ली ,वहीं एक बच्चे को नंगे पांव देख जूते के बारे में पूछा, डीएम ने आश्रम पद्धति में बच्चों को स्कूली बैग मुहैया नही कराये जाने तथा स्कूल की व्यवस्था को देख यह महसूस किया कि यहां समाज कल्याण अधिकारी आते ही नही जिस पर उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी के खिलाफ शासन को चिठ्ठी लिखने की ताकीद की| इसके साथ ही बिना कारण व लिव लेटर विद्यालय से अनुपस्थित प्रिंसिपल अवधेश सोनकर का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिए| निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी अध्यापकों को तलब कर उपस्थिति रजिस्टर से हाजरी लगवाई जिस पर एक शिक्षिका सुनीता नही मिली जिस पर अन्य शिक्षकों ने बताया कि वे कुछ घंटी पढ़ाकर आई फ्लू की समस्या पर घर चली गयी है ,जिस पर डीएम ने कहा कि रजिस्टर में ऐसा कोई पत्र नही है , उन्होंने नाराजगी जताई हुए अध्यापकों को रवैये में सुधार लाने की बात कही ,नही तो कार्रवाई की चेतावनी दी|
इससे पूर्व डीएम चंद्र विजय सिंह ने राजकीय बालिका इंटर कालेज में जिला विकास से लगभग 80 लाख रुपये से बनवाए जा रहे फिजिक्स ,केमेस्ट्री व बायो लैब की कक्षों की गुणवत्ता परखी और बिल्डिंग में कई स्थानों पर निर्माण में फिनिशिंग ना देख नाराजगी जाहिर कर अनुपस्थित जेई को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए| इस दौरान उन्होंने विभिन्न कक्षाओं का भी निरीक्षण किया और वास्तविक स्थिति व समस्यायों से रूबरू हुए| जीआईसी प्रिंसिपल ऋषिकेश पाठक ने उन्हें बताया कि यहां बच्चों के सापेक्ष कक्षा कम पड़ रही है और बिल्डिंग का स्ट्रेंथ इतनी नही की इस पर दूसरा तल का निर्माण कराया जाए , अवगत कराया कि यह पहला क़स्बा है जहां बालिकाओं व बालकों के लिए अलग अलग इंटरमीडिएट कालेज चलते है ,उन्होंने मांग किया कि जीआईसी के पास बालिकाओं के लिए 6,7,8की कक्षाओं के लिए डीएमएफ से अतिरिक्त भवन का निर्माण हो जाती तो बच्चों को सहूलियत मिलती जिस पर डीएम ने इस समस्या से जल्द निदान का भरोसा दिया|इसके बाद राजकीय इंटर कालेज पहुँचे डीएम ने कॉलेज का बिल्डिंग का निरीक्षण किया यहां बनवाये जा रहे वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निरीक्षण किया | इसके बाद उन्होंने सीवी रमन प्रयोगशाला भवन को देखा जहाँ बड़ी बड़ी उगी झाड़ियों की साफ सफाई नही होने पर नाराजगी जाहिर की| इस दौरान कालेज के प्रिंसिपल ऋषिकेश पाठक ने अवगत कराया कि जीआईसी में कुल 12 कक्ष है जो पंजीकृत 1600 बच्चों के लिए पर्याप्त नही है अभी 600 बच्चों के लिए पर्याप्त व्यवस्था है इस कारण वे बच्चों के उपस्थिति पर भी जोर नही डाल पाते| सीवी रमन प्रयोगशाला भवन के खुली भूमि के इंटरलॉकिंग के प्रस्ताव भेजने की बात सुन डीएम ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इसकी जरूरत यहां नही है जब सब जगह इंटरलॉकिंग ही लग जायेगी तो बरसात का पानी भूमि के अंदर रिचार्ज कैसे होगा | इसे सरकारी धन का दुरुपयोग बताया उन्होंने शिक्षा स्तर में सुधार के निर्देश दिए साथ ही कालेज कैम्पस में निरंतर साफ सफाई किये जाने की ताकीद की| इस दौरान कालेज के प्रिंसिपल ऋषिकेश पाठक ,अघ्यापक राणा तिवारी ,
सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहें|

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button