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बिरसा मुण्डा की जयन्ती ‘‘जनजातीय गौरव दिवस‘‘ पर सोनभद्र पहूचे मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ।

बिरसा मुंडा की जयंती पर कार्यक्रम का भव्य आयोजन।

बभनी/सोनभद्र।

 भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर मनाए जा रहे जनजातीय गौरव दिवस पर सेवा कुंज आश्रम के बिरसा मुंडा वनवासी विद्यापीठ के प्रांगण भव्य “बनवासी समागम” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। इस अवसर पर सीएम योगी ने जनपद सोनभद्र में 575 करोड़ की 233 लोक-कल्याणकारी परियोजनाओं लोकार्पण/ शिलान्यास किया।


इस अवसर मुख्यमंत्री के स्वागत में गोरखपुर से वनटगियाँ जनजाति की टीम, चित्रकूट से कोल जनजाति की टीम, बहराइच पीलीभीत लखीमपुर से थारू जनजाति की टीम, बुंदेलखंड की टीम व सोनभद्र से खरवार गोड़ घसिया, धाँगर, चेरो, बैगा की टीम ने अपने अपने कला का प्रदर्शन किया।


वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनपद के लिए गौरव की बात है कि उत्तर प्रदेश में सूची बद्ध 15 जन जातियों में से 13 जनजातियां निवास करती हैं। उन्होंने कहा कि देश के आज़ादी के आंदोलन में भगवान बिरसा मुण्डा का विशेष योगदान रहा अजादी के आंदोलन में उन्होंने स्वयं का बलिदान केवल 24 वर्ष की उम्र में दे दिया।

पूरे देश में सोनभद्र एक मात्र ऐसा जनपद है जहाँ 13 आदिवासी जातियाँ एक साथ निवास करती हैं। अन्य किसी भी एक जनपद में इतनी जन जातियाँ निवास नहीं करती हैं। उन्होंने कहा कि सृष्टि की रचना के साथ ही प्रकृति के उतार चढ़ाव के साथ तमाम संघर्षों को झेलते हुए जीवन जीने और धरती से जुड़े रहने का सोनभद्र एवं यहाँ जनजाति के लोग साक्षी हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं जिन्होंने बिरसा मुंडा की जयंती को जनजाति गौरव दिवस के रूप में मान्यता दी। यह दिवस अतीत की परम्पराओं से जुड़ने का माध्यम है। उन्होंने कहाकि जनजातियों के लोगों ने स्वयं को धरती माता से हमेशा जोड़े रखा और स्वयं को धरती माता का पुत्र माना। इन लोगों ने वनों की सुरक्षा , संरक्षण किया तथा हर प्रकार का योगदान दिया जिससे वन सुरक्षित रहें और बढ़ें। आज़ादी की लड़ाई में भारत की जनजातियों पर अनेक अत्याचार हुए जिसने रानी दुर्गावती और भगवान बिरसा मुण्डा को बलिदान देना पड़ा इनके अलावा भी अनेक आदिवासी समाज के लोगों ने बलिदान दिया। उत्तर प्रदेश में 2017 में भाजपा की सरकार आने के बाद हमने जनजातियों के विकास के लिए अनेक कार्य किए जिससे प्रत्येक तबके को लाभ मिला।
उन्होंने कहाकि ऐसे गाँव जहाँ विकास की कोई किरण नहीं पहुँची थी, उनको राजस्व गाँव का दर्जा देकर वहाँ के लोगों को पी एम और सी एम आवास योजनाओं से पक्का मकान, पानी, बिजली , राशन आदि की सुविधाओं से सीधा जोड़ा।


उन्होंने वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आपका अधिकार आपको मिलना ही चाहिए और मिलेगा भी। जन जाति भाईयों को वनाधिकार क़ानून के अंतर्गत पट्टा और आवास योजनाओं के तहत आवास मिलेगा साथ ही हर घर नल योजना का भी सभी को लाभ मिलेगा। जहाँ बिजली ले जाने में दिक्कत थी वह सोलर पैनलों से बिजली उपलब्ध कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि सड़कों का निर्माण मिशन मोड पर किया जा रहा है। 2006 में वनाधिकार क़ानून में संशोधन किया गया लेकिन अधिकार देने का कार्य भाजपा की सरकार ने किया उसके पूर्व किसी सरकार ने कोई कार्य जनजातियों के हित में नहीं. किया। उन्होंने सेवा समर्पण संस्था के लोगों का आह्वान किया कि जनजाति के लोगों को ईको टूरिज़्म से गाइड के रूप में जोड़ें तथा वनस्पतियों के मामले में उनके ज्ञान को आयुर्वेद के लोगों के साथ साझा करके एक दूसरे की जानकारी का लाभ देश और समाज को दिलवाएँ।
कार्यक्रम में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा कि जनजातीय संस्कृति भारतीय विविधता में एकता का वास्तविक प्रतिनिधित्व करती है, इसे संजोकर रखने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
इसके पूर्व समाज कल्याण, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति राज्यमंत्री संजीव सिंह गोंड़ द्वारा स्वागत अभिभाषण दिया गया।
इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं, उपलब्धियों के साथ परंपरागत जनजातीय उत्पाद, वनोत्पाद, हस्तशिल्प, काष्ठकला, जैविक उत्पाद आदि के स्टाल भी लगाए गाय तथा जनजातीय भौगोलिक विविधता, संस्कृति, रीति रिवाज, खानपान, वेशभूषा व जीवन शैली से जुड़ी प्रदर्शनी एवं डाक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित की गई। जनजातीय संस्कृति को सहेजने एवं आमजन को इससे परिचित कराने के लिए ‘जनजातीय जीवन के इंद्रधनुषी रंग’ काफी टेबल बुक का भी विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री अनुसूचित जनजाति के बालक बालिकाओं के अध्ययन के लिए निर्मित एकलव्य आवासीय विद्यालय एवं छात्रावास का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी कि‍या गया।
इस अवसर पर संजीव कुमार गौंड़ राज्यमंत्री, असीम अरूण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं कल्याण, सांसद पकौड़ी लाल कोल, सांसद राज्यसभा रामसकल, विधायक डाॅ0 अनिल कुमार मौर्य, भूपेश चौबे, रामदुलारे, सदस्य विधान परिषद श्याम नाराण सिंह/विनीत सिंह, आशुतोष सिन्हा, लाल बिहारी यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष राधिका पटेल, सेवा समर्पण संस्थान के अध्यक्ष एस0एन0राय, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डाॅ0 हरिओम कुमार, ए0जी0डी0 वाराणसी जोन राम कुमार, विन्ध्याचल मण्डलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र, पुलिस उप महानिरीक्षक आर0पी0 सिंह, जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह, पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार, अपर जिलाधिकारी सहदेव कुमार मिश्र, आशुतोष दूबे की गौरवमयी उपस्थिति रहीं।

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