*गुप्तकाशी की धरती पर हुआ बाबा भोलेनाथ का श्रृंगार।*
-शिवालयों में हुआ बाबा भोलेनाथ का हुआ श्रृंगार।
-मेले का हुआ आयोजन।
-हर हर महादेव के नारे से गुंजित हुआ आसमान।
-सामाजिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक, शैक्षिक संस्थाओं में मनाया गया सरस्वती पूजा।
-भक्तों ने उठाया आध्यात्मिक आनंद-जनपद के शिवालय रहे गुलजार।
रॉबर्ट्सगंज (सोनभद्र) भगवान शिव की तपोभूमि, अघोर साधकों की सिद्ध भूमि, गुप्तकाशी के नाम से विश्वविख्यात सोनभद्र की आध्यात्मिक धरती जहां के कण-कण में शिवत्व विद्यमान है शिव भक्तों के भक्ति भाव से ओतप्रोत बसंत पंचमी का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जनपद के पंचमुखी, गोठानी, शिवद्वार, नल राजा, कंडाकोट, बरैला, गौरी शंकर, मऊ सहित अन्य शिवालयों में बाबा भोलेनाथ का श्रृंगार एवं बृहद पैमाने पर मेला आदि का आयोजन किया गया। शिवालयों में भक्तजनों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हुए हर- हर महादेव का गगनभेदी नारा लगाया।
जनपद के समस्त नगरीय, ग्रामीण शिक्षण संस्थाओं, सामाजिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक संगठनों के कार्यालयों में प्रेम, साहित्य, कला, संगीत की देवी मां सरस्वती का अवतरण दिवस बसंत पंचमी का त्यौहार संपूर्ण जनपद में धूम- धाम के साथ मनाया गया।
*”या देवो सर्वभूतेषु, विद्या रुपेण संस्थिता।*
**नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ”*
का मंत्र का जाप कर विद्यार्थियों ने मां सरस्वती से बल,बुद्धि, विवेक का आशीर्वाद मांगा।
साहित्य, कला, संस्कृति,पर्यटन के क्षेत्र में अनवरत रूप से
कार्यरत विंध्य संस्कृति शोध समिति उत्तर प्रदेश ट्रस्ट एवं सोन घाटी पत्रिका के प्रधान कार्यालय में सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर ट्रस्ट के निदेशक दीपक कुमार केसरवानी में अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि-“माघ महीने में मनाया जाने वाला समृद्धि, प्रकाश, ऊर्जा, आशावाद, अध्यात्म का
पर्व कला, बुद्धि, ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित है।
इस दिन पीत वस्त्र धारण, पीले खाद्य पदार्थ का सेवन एवं बच्चों के विद्याध्ययन का शुभारंभ आज ही के दिन होता है। यह पर्व प्राचीन सरस्वती नदी एवं महाकवि कालिदास से जुड़ा हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर आरंभ हुआ।
कार्यक्रम में अधिवक्ता जितेंद्र बहादुर सिंह, ज्ञानेंद्र शरण राय, समाजसेवी राधेश्याम बंका, सौरभ गुप्ता, राजेश वर्मा, मोहनलाल केसरी, पत्रकार हर्षवर्धन, साहित्यकार प्रतिभा देवी, कवित्री तृप्ति केसरवानी आदि उपस्थित रहे।