भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा पर्यटन स्थल डोंगिया चौपाटी जलाशय नगर पंचायत पिपरी
दीपू तिवारी,,
पिपरी सोनभद्र। प्राकृतिक और भौगोलिक दृष्टिकोण से जनपद में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। समय-समय पर प्रशासन भी पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं बनाता रहा है। यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का लुफ्त उठाने के लिए बड़े-बड़े प्रशासनिक अधिकारी ही नहीं बल्कि मंत्री भी आते रहे हैं और पर्यटन उद्योग को विकसित करने के लिए जिम्मेदारों को निर्देशित भी किया जाता रहा है। हालांकि कुछ स्थानों को पर्यटन की दृष्टिकोण से विकसित करने के लिए कार्य भी किए गए, लेकिन पर्यटन उद्योग का यह सपना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता दिखाई दे रहा है। कुछ ऐसी ही स्थिति नगर पंचायत पिपरी की है। पिपरी नगर पंचायत स्थित डोंगिया चौपाटी जलाशय प्राकृतिक रूप से काफी समृद्ध है इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पिपरी नगर पंचायत द्वारा कार्य कराया गया परंतु यह कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। डोंगिया जलाशय के समीप सेल्फी प्वाइंट, शौचालय निष्प्रयोज्य पड़े हैं। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए शुरू किया गया नौकायन छ माह में ही बंद हो गया। 1 साल पहले जिला प्रशासन की तरफ से पिपरी स्थित जोगिया चौपाटी जलाशय को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पहल शुरू की गई थी जिसके लिए प्रशासन की तरफ से लगभग 50 लाख रुपए खर्च करने की अनुमति दी गई थी। नौका विहार के लिए यहां 10 नौकाएं भी मंगाई गई थी। वॉटर स्पोर्ट्स को विकसित करने के लिए संबंधित तमाम गतिविधियों का संचालन करना था। नाव के संचालन की जिम्मेदारी नगर पंचायत पिपरी व पर्यटन विभाग की देखरेख में होना था। परंतु विभागीय लापरवाही के कारण आने वाले पर्यटकों को नौका विहार से वंचित होना पड़ रहा है। मौजूदा समय में सिर्फ दो नाव ही उपलब्ध है जिसका संचालन प्राइवेट लोगों द्वारा ही किया जाता है। यही नहीं पर्यटकों की सुविधा के लिए बनाया गया सामुदायिक शौचालय भी निष्प्रयोज्य पड़ा हुआ है। लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद यह पर्यटन स्थल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया जिम्मेदार मौन है।