खेती को तबाह कर देगा कृषि विधेयक- मजदूर किसान मंच

खेती को तबाह कर देगा कृषि विधेयक- मजदूर किसान मंच
मजदूर किसान मंच ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में दर्ज कराया प्रतिवाद
गांव-गांव आरएसएस- भाजपा का किसान करेंगे विरोध – दारापुरी
(उमेश कुमार सिंह)लखनऊ, 25 सितम्बर,2020 मोदी सरकार के किसान विरोधी विधेयकों के खिलाफ अखिल भारतीय किसान मजदूर संघर्ष समन्वय समिति के आव्हान पर आज मजदूर किसान मंच ने उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन शुरू किया. सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, सीतापुर, आगरा, लखीमपुर खीरी, हरदोई, जौनपुर, वाराणसी, बाराबंकी, गोंडा आदि जिलों में गांव-गांव किसानों, मजदूरों और आदिवासियों ने मोदी सरकार और अध्यादेशों का पुतला फूंक के अपना विरोध व्यक्त किया. प्रदेश में इलाहाबाद समेत कई जनपदों में युवा मंच के कार्यकर्ता भी इन विरोध प्रदर्शनों में किसानों के समर्थन में उतरे.
ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व आईजी एस. आर. दारापुरी व मजदूर किसान मंच के महासचिव डा. बृज बिहारी ने किसानों को सफल आंदोलन के लिए बधाई देते हुए जारी बयान में कहा कि मोदी सरकार वित्तीय पूंजी की चाकरी में लगी हुई है और लगातार किसान, मजदूर, नौजवान विरोधी कार्रवाई कर रही हैं. संसद को बंधक बनाकर भले ही इस सरकार ने किसान विरोधी विधेयकों को पास करा लिया हो लेकिन उसे गांव-गांव किसानों के प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा. देश में आरएसएस-भाजपा की मोदी सरकार से पैदा हो रहा आक्रोश देश में एक नई जन राजनीति का आधार भी तैयार करेगा. आंदोलन का नेतृत्व सुनीला रावत, कांता कोल, नागेश गौतम, अजय राय, कृपा शंकर पनिका, राजेन्द्र गोंड़, डा. बी. आर. गौतम, योगी राज सिंह, चंद्र देव गोंड़, रामदास गोंड़, राजेश भारती, मुकंदी लाल नीलम, तबरेज़, अमर सिंह गोंड़, साबिर अजीजी आदि लोगों ने किया.
एस. आर. दारापुरी
पूर्व आईजी
राष्ट्रीय प्रवक्ता
ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट