सियाचिन में तैनात जवान ने पुलिस की छवि को धूमिल करने के नियत से किया वीडिओ वायरल, हुआ खुलासा
सियाचिन में तैनात जवान ने पुलिस की छवि को धूमिल करने के नियत से किया वीडिओ वायरल, हुआ खुलासा
सरकारी जमीन पर क़ब्जा को लेकर क़ानून पर भारी पड़ रहा फौजी की भावना
अनपरा(उमेश कुमार सिंह)देश में सुर्खिया बटोर रहे सियाचिन मेंं तैनात फौजी का वायरल वीडियो जिसमें रेनूसागर पुलिस पर फौजी द्वारा गंभीर आरोप लगाये गये है पुलिसिया जांच मे खुलासा हुआ कि सरकारी जमीन क़ब्जा व चोरी में फंसे मौसेरे भाई को निर्दोष साबित करने के के नियत देश के एक जवान ने पुलिस कि छवि धूमिल करने का प्रयास किया है़।
मामले की जांच कर रहे पिपरी क्षेत्राधिकारी विजय शंकर मिश्रा ने बताया कि सियाचिन के 173 फील्ड रेजीमेंट 56 एपीओ मेंं तैनात राधा रमण राय के वायरल वीडियो की जांच में मामला एनसीएल की सरकारी जमीन पर कब्जा को को लेकर दो पक्षो मेंं विवाद का मामला है़ पुलिस द्वारा कब्जा मेंं सहयोग न कर दोनो पक्षो को शांति भंग के तहत 2016 व 2018 में 107 ,116 व 151 तथा आई पी सि 145 के तहत दो बार कार्यवाही कि गयी है़। जो फौजी के मौसेरे भाई आशीष राय से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो में फौजी द्वारा वीरेन्द्र नाथ राय को अपना पिता व आशीष राय को अपना सगा भाई निवासी भावरपुर जिला गाजीपुर बताया है जबकि राधा रमण राय पुत्र रविन्द्र नाथ राय भरसठी थाना मेहनगर तहसील लाल गंज जिला आजमगढ़ का निवासी है जो आशीष राय का मौसेरा भाई है। जिस चोरी व जमीन में फौजी द्वारा पुलिस को टारगेट कर पुलिस कि छवि को खराब किया जा रहा है जबकि फौजी के मौसेरे भाई आशिष राय के ख़िलाफ़ 14/3/2020 को 34/20 धारा 457,380 के तहत चोरी का मामला पंजीकृत है़ तथा एनसीएल की सरकारी जमीन पर टप्पू विश्वकर्मा व आशीष राय के पिता वीरेन्द्र नाथ राय के बीच जमीन कब्जा का मामला चल रहा है़ जिसकी शिकायती पर एन सि एल
अधिकारियों द्वारा बार बार किया जा रहा है़। उल्लेखनीय है़ कि 14 मार्च 2020 को आशीष राय व उसके तीन साथियों के खिलाफ चोरी का मामला रेनूसागर निवासी सैयद सउद आलम ने दर्ज कराया है। जिसकी छान बिन के लिये पुलिस आशीष राय को खोजने लगी। पुलिसिया कार्यवाही में सुर्खियों में आने वाले आशीष राय जमीनी विवाद में भी सन 2016 में शांति भंग व 145 की कार्रवाई में रहें है। बढ़ते जमीनी विवाद में लेखपाल ने अपने रिपोर्ट मे यह बात साबित किया कि ये सब विवादी जमीन एनसीएल की है। जिससे खुन्नस खाये फौजी ने मामले में पुलिस कर्मियो को बदनाम करने की कोशिश की है। जबकि समय समय पर एनसीएल केअधिकारी जमीनो पर कब्जे को लेकर शिकायत करते रहते है। अनपरा कोतवाल विजय प्रताप सिंह ने बताया कि चोरी के मामले में आशीष राय को पूछताछ केलिए बुलाया गया था परन्तु आशीष राय तब से ही फरार चल रहा है। सियाचिन में तैनात फौजी ने अपने वायरल वीडिओ में मौसा व मौसेरे भाई को अपना सगा पिता व भाई बता कर , और चोरी के मामले में लिप्त मौसेरे भाई को बचाने के नियत से भावनाओ से जुड़ी वीडिओ वायरल कर पुलिस हि नही बल्कि पूरे देश के जवानो का छवि धूमिल किया है़।