मीरजापुर::कुत्ते ने काटा, हुई मारपीट, लेकिन अब तक नहीं हुई कार्रवाई

मीरजापुर::कुत्ते ने काटा, हुई मारपीट, लेकिन अब तक नहीं हुई कार्रवाई
पीड़ित ने जबरन सुलह कराने का चौकी प्रभारी पर लगाया आरोप
मीरजापुर। मड़िहान थाना के पटेहरा चौकी क्षेत्र के पिपराव गाँव मे 9 अक्टूबर को कुत्ता कटाने को लेकर विवाद हुआ था। जिसमे दोनों पक्षों में मारपीट हुआ था। मारपीट में घायल ज्वाला पुत्र वंशधारी उम्र लगभग 65 वर्ष बुरी तरीके से जख्मी हो गए थे। जिसके सम्बन्ध में ज्वाला के लिखित तहरीर पर क्षेत्राधिकारी मड़िहान ने विधिक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके बाद थाना प्रभारी मड़िहान ने जांच के लिए वक्त मांगा था।उसके बाद चौकी प्रभारी धर्मनारायण भार्गव ने दोनों पक्षो को बुलाकर 20 अक्टूबर की शाम को सुलह समझौता कराया था। पीड़ित ने बताया कि विपक्षी भगवानदास मौर्या 21 अक्टूबर को दवा के लिए बीस हजार रुपये की धनराशि और भगवानदास जो ज्वाला की जमीन पर कब्जा है, उसे छोड़ने के लिए बोला था। लेकिन सुलह के कायदे के अनुसार न तो इलाज के लिए पैसा ही दिलाया गया और न ही ज्वाला की जमीन पर से कब्जा हटवाया गया। जिसके बाद से ज्वाला चौकी
प्रभारी धर्मनारायण भार्गव से इलाज के लिए सुलह की धनराशि की मांग बराबर की जा रही थी। लेकिन चौकी प्रभारी की काहिली देखिए न तो पीड़ित ज्वाला का मुकदमा दर्ज होने दिया और न ही सुलह के नियमों का पालन कराया गया। मामले में चौकी प्रभारी की भूमिका संदिग्ध लग रही है।पूरे प्रकरण में पीड़ित ज्वाला से बात करने पर पता चला 9 अक्टूबर 20 से अभी तक चौकी इंचार्ज धर्मनारायण भार्गव के पास मार खाने के बाद से मुकदमा दर्ज कराने के लिए दौड़ रहा था। लेकिन पीड़ित ने आरोप लगाया कि पुलिस ने न तो हमारा मेडिकल कराया। जबकि हमे गंभीर चोट लगी है, न ही चौकी इंचार्ज ने हमारा मुकदमा दर्ज करवाया। पीड़ित के
अनुसार चौकी इंचार्ज के दबाव पर हमने सुलहनामा पर हस्ताक्षर किया। लेकिन पुलिस ने सुलहनामा के कायदों का भी उल्लंघन करते हुए इलाज के लिए पैसा भी नहीं दिलाया। पीड़ित ने कहा कि साहब हमारा हाथ टूट गया है, हम गरीब हैं, प्लास्टर बंधवाने के पैसे नहीं है। इस संदर्भ में जब चौकी प्रभारी पटेहरा से बाते की गई तो उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष को चौकी पर बुलाया गया था। पैसे वापस करने के लिए समय मांगा है। जिस पर दोनों पक्ष सहमत सहमत हुए।