मीरजापुर:विश्वामित्र महामुनि ज्ञानी, बसहीं विपिन शुभ आश्रम जानी

मीरजापुर:विश्वामित्र महामुनि ज्ञानी, बसहीं विपिन शुभ आश्रम जानी
गंगा जमुनी तहजीब का मिसाल पेश कर रहा धरमदेवां का रामलीला
पड़री। गंगा जमुनी तहजीब का मिसाल पेश करते हुए धरमदेवां के रामलीला का आनंद लोग उठा रहे हैं। यहां हिंदू, मुस्लिम सभी वर्ग के लोग एकमत होकर रामलीला में सहयोग करते हुए प्रतिभाग करते हैं, जिसका जिले में नाम है। जहां शनिवार को लीला का आरंभ श्री रामचरितमानस की चौपाई विश्वामित्र महामुनि ज्ञानी, बसहीं विपिन शुभ आश्रम जानी से हुआ। जिसके पूर्व लगी है प्रभु लगन तुमसे, तुम्हारा ही सहारा है… प्रार्थना के बाद राम लक्ष्मण के मनोरम झांकी की विधिवत आरती किया गया। जिसके बाद रामलीला में राम के हाथों ताड़ुका वध, सुबाह आदि राक्षसों का वध करने के बाद प्रभु श्री रामचंद्र जी का सीताजी से मिलन हो गया है। लीला में राम की भूमिका हेमंत मिश्रा, लक्ष्मण विनय मिश्रा, विश्वामित्र का पितांबर मिश्रा, वशिष्ठ अरविंद दुबे, दशरथ का रामानंद मिश्रा, जनक का अनुराग दूबे, मारीच आलोक दूबे, सुबाहु का अंकित मिश्रा ने रोल किया। वहीं बीच-बीच में डांसर जो कि सोनभद्र जनपद के शाहगंज थाना क्षेत्र का निवासी सुरेश उर्फ बिजली रानी ने अपनी कलाओं की जादू बिखेर कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंचन कर रहे पात्रों को उनके वास्तविक मूर्त रूप देने हेतु धरमदेवां गांव के ही पेंटर कलाकार रमाशंकर विश्वकर्मा तथा राजेश विश्वकर्मा सभी पात्रों को मूर्त रूप दे रहे थे।
वहीं ब्यास दूरदर्शन कलाकार मोहम्मद इस्लाम तथा प्रसिद्ध नाल वादक विजय कुमार विश्वकर्मा ने अपने कलाओं का जादू बिखेरा। जिससे रामलीला में चार चांद लग गया। जहां रामलीला के अध्यक्ष श्यामा कांत द्विवेदी तथा निर्माता व निर्देशक ओम प्रकाश दूबे मौजूद रहे।