बाधित हो सकती है धान की कुटाई
बाधित हो सकती है धान की कुटाई
-:मुख्यमंत्री नामित पांच सूत्री ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर आवाज की बुलंद
सोनभद्र: उत्तर प्रदेश राइस मिलर्स पदाधिकारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री नामित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जिला अध्यक्ष बलवंत सिंह ने बताया कि क्रय केंद्रों पर जो धान क्रय किया जाता है उसमें चावल की रिकवरी 100 किलो धान के सापेक्ष 55 से 60% चावल प्रो क्रेन सहित उपलब्ध हो रहा है वही लगभग 60 से 65% टूटन ब्रोकेन निकल रहा है मिलर्स को 100 किलो धान के सापेक्ष 67 किलो चावल रिकवरी देनी पड़ती है उसमें भारतीय खाद निगम केवल 25% ही ब्रोकेन लेता है ऐसी स्थिति में मिलर्स के द्वारा सीएमआर जमा कर पाना संभव नहीं हो पाएगा लिहाजा कस्टम कॉलिंग के लिए दिए जा रहे धान की टेस्ट कॉलिंग कराई जाए तथा जितना हो जिस मात्रा में चावल एवं ब्रोकेन निर्मित हो रहा है उसी को दावत स्वीकार किया जाए और चावल में प्रोग्रेस को देखते हुए भारतीय खाद्य निगम डिपो में 35% तक ब्रोकरेज प्रेषण करने की अनुमति प्रदान की जाए वही जनपद के किसानों द्वारा हाइब्रिड धान की फसल लगभग 80% तक की गई है जबकि शासन स्तर पर अधिकतम 35% ही माना गया है और निर्मल को 35% हाइब्रिड धान पर भी छूट होती है जो पूर्णतया गलत है जिसकी जांच कराकर धान में 25% तक की छूट प्रदान की जाए वहीं धान की क्वालिटी मानक विहीन के कारण चावल भी मानक विहीन राइस मिलों में तैयार हो रहा है जो भारतीय खाद्य निगम डिपो में स्वीकार नहीं है जिसको यू आर एस मैं भारतीय खाद्य निगम में प्रेषण करने की अनुमति प्रदान की जाए जैसा कि गत वर्षों में हो रहा था इसके उपरांत मजदूरी बिजली बिल टीचर्स एवं महंगाई व परिवहन के बढ़े हुए दर को देखते हुए कस्टम हाली पर मिलर्स को 100% प्रति कुंटल का चार्ज दिया जाए जो कि विगत कई वर्षों से ₹10 प्रति कुंटल दिया जा रहा है इसकी मांग राइस मिलर्स गत कई वर्षों से करते आ रहे हैं हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हम आंदोलन करने को बाध्य होंगे इस मौके पर तेजबली सिंह, ओमप्रकाश पांडेय, अश्वनी सेठ, कुंवर सिंह, राजवंश ,संतोष ,राजू ,अमरेश ,पोषण चंद ,प्रमोद, प्रदीप जयसवाल, रत्नेश , राकेश प्रकाश चंद, भरत ,बेचन आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।