उत्तर प्रदेश

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जागरूकता जरूरी-:डॉ अनूपमा

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जागरूकता जरूरी-:डॉ अनूपमा

सोनभद्र:बुधवार को साईं हॉस्पिटल एंड कॉलेज ऑफ नर्सिंग सजौर विद्यालय परिसर में विधिक साक्षरता एवं विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें सुश्री नेविदिता अपर सिविल जज, जूनियर डिवीजन व खिपिन कुमार चौरसिया, अपर सिविल जज, जूनियर डिवीजन, ओम प्रकाश त्रिपाठी, सेवा नियुक्त अध्यापक (राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित) , शांति वर्मा रिसोर्सेज परसा, डॉक्टर गोपी डी प्रधानाचार्य साईं हॉस्पिटल एंड कॉलेज आफ नर्सिंग, सुचिता मिश्रा प्रधानाचार्या साईं हॉस्पिटल एंड इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी, शिविर में शामिल थे।
सुश्री नेविदिता अपर सिविल जज जूनियर डिवीजन ने
जागरूकता शिविर को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में विधिक शिक्षा के माध्यम से कानूनी शिक्षा को जनसाधारण तक पहुंचाने के पर्याप्त साधन है, लेकिन भारत जैसे विकासशील देश में इस दिशा में अभी बहुत कुछ किया जाना शेष है।
साईं हॉस्पिटल एंड कॉलेज ऑफ नर्सिंग के प्रबंधक डॉ अनुपमा सिंह ने कहा कि उचित कानून की जानकारी के अभाव में अशिक्षित वर्ग विशेषत ग्रामीण अंचलों के निवासी अपने छोटी-मोटी समस्याओं के लिए वकीलों के चंगुल में फंस जाते हैं। भारत जैसे गरीब देश में न्यायिक प्रक्रिया महंगी और दीर्घकालीन होने के कारण सामान्य व्यक्ति को न्याय प्राप्त करना दुर्लभ होता जा रहा है , अतः आज इस बात की आवश्यकता है, कि कानूनी शिक्षा के प्रचार और प्रसार के द्वारा विविध साक्षरता के अभियान को सार्थक बनाया जाए। जनसाधारण तथा ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को उनके सामान्य हितों के बारे में जानकारी दिलाने तथा तत संबंधी कानून का ज्ञान कराने के लिए वर्तमान में विविध साक्षरता को विशेष महत्व दिया जाना चाहिए, इस अभियान में अधिवक्ताओं विधि के प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं की मिलीजुली कानूनी ज्ञान प्रसारण समितियां गठित की जानी चाहिए जो सुदूरवर्ती ग्रामीण अंचलों में जाकर वहां के निवासियों को उनके दैनिक व्यवहार से संबंधित मूलभूत कानूनों के विषय में जानकारी उपलब्ध कराएं तथा उनके मामले तथा समस्याओं को आपसी बातचीत द्वारा निपटाने का प्रयत्न करें।।
साईं हॉस्पिटल एंड कॉलेज ऑफ नर्सिंग के प्रधानाचार्य डॉ गोपी डी ने कहा कि विधि साक्षरता का कार्यक्रम ठीक उस प्रकार चलाया जाना चाहिए जिस प्रकार प्रौढ़ शिक्षा का कार्यक्रम चलाया जा रहा है इस योजना से कानून के विद्यार्थियों को विधि का व्यवहारिक प्रशिक्षण का अवसर मिलेगा जो वकालत के व्यवसाय में उनके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। तथा इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए साईं हॉस्पिटल एंड इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी की प्रधानाचार्या ने सुझाव देते हुए कहा कि स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में कानून की पढ़ाई को एक अनिवार्य विषय के रूप में जोड़ा जाना चाहिए। विविध साक्षरता के प्रसार एवं प्रचार के लिए तत संबंधी आवश्यक साहित्य उपलब्ध होना नितांत आवश्यक है कानूनी साक्षरता विषयक अनेक कोशिकाएं तथा पत्रिकाएं प्रकाशित कर ग्रामीण क्षेत्रों में वितरित करके जनता में कानूनों के प्रति जागरूकता तथा रुचि उत्पन्न की जा सकती है।
इस कार्यक्रम में उपस्थित मैनेजर साईं हॉस्पिटल राजेश कुमार यादव, अहमद रजा, ज्योत्सना मंडल, शिक्षक- उदय राज शर्मा, रागिनी श्रीवास्तव ,दिव्या पांडे, करिश्मा राय तथा स्टाफ आशुतोष कुमार मिश्रा, प्रदीप कुमार दुबे, शंकर इत्यादि लोग मौजूद रहे।

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