*डिबुलगंज २१ नम्बर पुल के नीचे डूबते सूर्य को अर्घ दी छठ व्रती महिलाए*

*डिबुलगंज २१ नम्बर पुल के नीचे डूबते सूर्य को अर्घ दी छठ व्रती महिलाए*
_सोनभद्र(उमेश कुमार सिंह)उर्जान्चल क्षेत्र में छठ पूजा पर्व धूमधाम से मनाया गया। शुक्रवार की शाम डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर श्रद्धालुओं ने अपने पति व संतान की मंगल कामना के साथ घर की सुख समृद्धि की कामना की। शनिवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर उनकी उपासना की जाएगी।छठ पूजा पर्व दीपावली से छह दिन बाद शुरू होता है। मान्यता है कि सूर्य पुत्र अंगराज कर्ण प्रतिदिन सुबह जल में खड़े होकर सूर्य की उपासना करते थे और उपासना के बाद उनके पास आकर कोई भी याचक चाहे जो मांग ले, वह खाली हाथ नहीं लौटता था। इसी मान्यता के साथ कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को भगवान सूर्य की उपासना करने के लिए छठी उत्सव मनाया जाता है। शुक्रवार की शाम श्रद्धालुओं ने डिबुलगंज २१नम्बर पुलिया के नीचे में बनाए गए कृत्रिम जलकुंड में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। श्रद्धालुओं ने फल, फूल, गन्ना, गुड़ व घी से बने ठेकुआ और चावल के आटे व गुड़ से बने भूसवा जैसे व्यंजनों के साथ पूजा-अर्चना की।नव युवक छट पूजा सेवा समिति डिबुलगंज के पदाधिकारी अनिल गुप्ता ‘राही’निरंजन जायसवाल,पंकज मद्देशिया,सोनू,सुरेंद्र गुप्ता,उदय
श्रीवास्तव,कुमार वैभव उर्फ बंसी जायसवाल,संरक्षक बालकेश्वर सिंह जिला पंचायत सदस्य कुलडोमरी के सौजन्य से छठ घाट की साफ- सफाई का पूरा सहयोग रहा है।_