बिल्ली बाड़ी निवासियों का क्रेसर के प्रदूषण से जीना दुश्वार
बिल्ली बाड़ी निवासियों का क्रेसर के प्रदूषण से जीना दुश्वार
राजमार्ग हाईवे के किनारे रहने वाले लोगों का जीवन प्रदूषण के कारण असमय काल के गाल में समा समा जा रहा है
डाला(संवाददाता काजल पासवान)डाला सोनभद्र आपको बताते चलें कि बिल्ली बाड़ी क्षेत्र कृषि उद्योग के नाम से जाना जाता है बिना नियम के केसर चलाया जा रहा हैं जिसके कारण मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर रहने वाले निवासियों का जीना मुहाल हो गया है साथ ही साथ प्रदूषण से मुख् हाईवे सड़क पर आने जाने वाली गाड़ी को धूंध के कारण दिखाई नहीं देने से अक्सर एक्सीडेंट भी होता रहता है इसका मुख्य कारण है क्रेशर मालिकों द्वारा नियमित रूप से जल का छिड़काव ना करना और प्लांट चलाते समय छुहारे से भी पानी नहीं छोड़ा जाता है जब कभी चैटिंग होता है तब इन क्रेसर संचालकों द्वारा जल का छिड़काव करा दिया जाता है और जैसे ही जांच वापस जाती है इन लोगों के द्वारा फिर वही पुराने रवैया पर क्रेशर का संचालन किया जाने लगता है जबकि शाम 5:00 बजे के बाद क्रेशर संचालन करने का आदेश नहीं है फिर भी क्रेशर मालिक पूरी रात प्रेशर संचालित करते हैं जिसके कारण आम जनमानस का जनजीवन, पेड़ पौधे, व अन्य प्रदूषण की मार झेल रहे हैं इस पर प्रदूषण विभाग मोहन रहता है कई बार प्रदूषण को लेकर राजनीतिक संगठनों द्वारा समय-समय पर विरोध किया गया लेकिन प्रदूषण विभाग की लापरवाही से प्रदूषण की मार झेलने को विवश हैं इस समस्या पर जिला प्रशासन को संज्ञान लेते हुए प्रदूषण से मुक्ति दिलाने का प्रयास किया जाना चाहिए