उत्तर प्रदेशसोनभद्र

रेलवे प्रशासन का अतिक्रमण फिर चला बुलडोजर

 

गरीब अपनी किस्मत को कोसते हुए कह रहे थे कि बार-बार हम गरीबों को ही रेल प्रशासन टारगेट करती है बड़े पक्के मकानों पर रेलवे का कब चलेगा बुलडोजर
जो रेलवे की जमीन कब्जा करके बड़े मकान बनाए हुए
चोपन सोनभद्र
अशोक मद्धेशिया
संवाददाता
आप सभी को बताते चलें चोपन रेल प्रशासन द्वारा नोटिस बाटकर कल संध्या एलाउंसमेंट के बाद आज सुबह लगभग 10:00 बजे बुलडोजर के साथ रेलवे आईईओ डब्लू रतन शंकर गुप्ता व उनके साथ आरपीएफ इंस्पेक्टर, जीआरपी इंचार्ज के साथ-साथ भारी संख्या में पुलिस बल के साथ अतिक्रमणकारियों के झोपड़ियों पर चलाना शुरू किए ही चेकिंग भोला उपाध्याय के परिजन रोने गाने लगे लेकिन उनकी एक नहीं चली और महिला कांस्टेबल ने उन्हें बगल हटाकर उनको समय देकर सारा सामान निकलवा कर उनके घर को गिराना शुरू किया साथ ही साथ उन्हीं के बगल में बसे कुछ अन्य झोपड़ियों को भी गिराया गया इसके बाद वार्ड नंबर 5 रामलीला मैदान में स्थित घर के पास अपने लाव लश्कर के साथ पहुंचे वह घर उमाशंकर गिरी का था लेकिन वह या उनके कोई परिजन घर पर मौजूद नहीं थे ताला लगा हुआ था
सबके सामने रेल कर्मियों ने पहले हाथों में ताला तोड़ा उसके बाद बुलडोजर लगाकर उनके घर को गिराना शुरू कर दिया इस पर जब हम फोटो खींचना चाहे तो वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने अपने अधिकारी के आदेश पर मेरे पास आए और भोले की फोटो मत खींचिए तो अपना नाम बताइए हमने उनको अपना नाम बताया तब हमने कम से पूछा कि आप मेरा नाम क्यों पूछ रहे हैं हम क्राइम जासूस न्यूज़ के प्रेस रिपोर्टर हैं और फोटो खींचना न्यूज़ कवर करना मेरा नैतिक अधिकार है जिसे आप नहीं रोक सकते फिर हमने पूछा आप अपना नाम बताइए तो उन्होंने अपना नाम शिवनाथ बताया और कहा कि हम आरपीएफ में है हमने कहा ठीक है आप लोग अपना काम कर रहे हैं हम कोई आपके काम में व्यवधान नहीं डाल रहे हैं हमारी जो नैतिक जिम्मेदारी है उसी का निर्वहन कर रहे हैं आप अपना काम करिए हम अपना काम करेंगे इसके पूर्व में भी इन्हीं झोपड़ियों का अतिक्रमण रेल प्रशासन द्वारा हटाया गया था उसी क्रम में दो घर को 2 सप्ताह अल्टीमेटम देकर छोड़ दिया था उसके कुछ दिन बाद ही केरोना जैसी भयानक महामारी चली आई और तब से आवश्यक काम को छोड़कर ज्यादातर काम बंद था केरोना का प्रकोप जब कम हुआ तब आज रेल प्रशासन ने अतिक्रमण पर अपना कार्रवाई किया इस संबंध में संबंधित अधिकारी आई ओ डब्ल्यू से बयान देने के लिए कहा गया तो वो बोले हम बयान देने के लिए ऑथराइज नहीं है और हाथी क्रमण हटाने के बाद सभी अधिकारी चले गए इस दरमियान कहीं से किसी अप्रिय घटना या विवाद नहीं हुआ बड़े ही शांति पूर्वक अतिक्रमण हटाया गया अतिक्रमण हटाने के समय शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए चोपन थाना उपनिरीक्षक अवधेश यादव कांस्टेबल प्रमोद यादव व अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे
अब देखना है कि बड़े-बड़े बिल्डिंग को रेलवे प्रशासन कब तोड़ती है वही लोगों का कहना है कि कुछ धनाढ्य पूंजीपति रेलवे जमीन पर दो तल्ले का मकान बनाकर रह रहे हैं लेकिन रेलवे के प्रशासन वहां पर अपनी कलम और अपनी लाठियों का रुतबा नहीं दिखा पाती है क्योंकि वहां बड़े लोग रहते हैं

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