टायर पंचर होने से मोटरसाइकिल सवार अनियंत्रित होकर पिलर से टकराया, इलाज के दौरान मौत

टायर पंचर होने से मोटरसाइकिल सवार अनियंत्रित होकर पिलर से टकराया, इलाज के दौरान मौत
मामला बभनी थाना क्षेत्र के बाजार टोला का।
बभनी:थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय के समीप चौना बभनी संपर्क मार्ग पर बुधवार की सुबह एक बाइक सवार रोड के किनारे लगे पिलर से टकराकर गम्भीर रुप से घायल हो गया।जिसके बाद आसपास के लोगों ने युवक को घायल अवस्था में एंबुलेंस की मदद से बभनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान युवक की मौत हो गयी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संजर हुसैन उम्र लगभग 18 वर्ष पुत्र मन्नब्बर हुसैन निवासी बभनी बाजार टोला अपनी बाइक से सुबह घर से दरणखांण किसी आवश्यक काम से गया हुआ था लेकिन चौना बभनी संपर्क मार्ग पर स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय के समीप मोटरसाइकिल का अगला टायर पंचर हो गया जिससे अनियंत्रित होकर पिलर से टकरा कर गम्भीर रूप से घायल हो गया,जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
वही बभनी स्थित सरकारी अस्पताल में एम्बुलेंस के मदद से घायल को पहुंचने पर फार्मासिस्ट ने मरहम पट्टी करना शुरू कर दिया लेकिन जब परिजनों ने डॉ को मौके पर बुलाने के लिए कहा तो फार्मासिस्ट ने साफ कह दिया कि आज अस्पताल में अधीक्षक साहब नहीं है।
जिसके बाद आसपास के लोगो के साथ परिजनों ने जब हंगामा करना शुरू कर दिया।
जिसके बाद हल्ला गुल्ला शोर शराबा सुनकर अधीक्षक साहब डॉ गिरधारीलाल अपने कमरे से बाहर निकले और मरीज को देखने लगे साथ ही उपचार के क्रम में उसे इंजेक्शन भी दिया लेकिन तब तक संजर हुसैन की मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजनों ने मौत को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया हंगामा देखते हुए चिकित्सको ने पीआरबी 112 नंबर पुलिस को फोन कर सूचना दिया सूचना पर पहुंची पुलिस पीआरबी के साथ मौके पर बभनी प्रभारी निरीक्षक अभय नारायण तिवारी ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया।वही पुलिस ने अस्पताल से भेजे गए मेमो के आधार पर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु सामुदायिक स्वास्थ केंद्र दुद्धी के लिए भेज दिया।
स्वास्थ्य अधीक्षक गिरधारीलाल ने कहा कि मेरे नही होने की सूचना फार्मासिस्ट ने गलत बताया कि चिकित्सक नही है।स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा इस प्रकार का कुकृत्य बिल्कुल ही शोभा नहीं देता है जिसे लेकर ग्रामीणों में कई प्रकार का चर्चा बना रहा और स्वास्थ्य महकमे पर सवालिया निशान खड़ा होता है।