*सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर कराया जा रहा ठेमा नदी रेलवे ब्रिज के नीचे रेलवे दोहरीकरण में मजदूरों से कार्य*

*सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर कराया जा रहा ठेमा नदी रेलवे ब्रिज के नीचे रेलवे दोहरीकरण में मजदूरों से कार्य*
*मजदूरों को न तो सेफ्टी बेल्ट है ना सेफ्टी बूट ,और ना ही सेफ्टी कैप दिए गए हैं जिससे कोई भी अनहोनी होने पर बचा जा सके*।।
दुद्धी(रवि सिंह)सोनभद्र:विकासखंड दुद्धी के अंतर्गत ग्राम दीघुल में ठेमा नदी में रेलवे दोहरीकरण रेलवे पुल बनाने का कार्य विगत कई माह से चल रहा है जिसमें वर्क इंचार्ज ललित भट्ट साइड इंचार्ज है मौके पर अप्रशिक्षित लोगों के सहयोग से सुरक्षा मानकों को ताक पर रखकर ग्रामीण मजदूरों से कार्य कराया जा रहा है जो कभी भी हादसे की वजह बन सकता है ,ज्ञात कराना है कि मीडिया की पड़ताल में मौके पर सुरक्षाजूता, ना सेफ्टी बेल्ट और ना ही सेफ्टी टोपी लोगों ने पहन रखी थी जिससे ऊंचाई पर काम करने वाले एवं नीचे कार्य कर रहे मजदूर कि कभी भी जान दुर्घटना से जा सकती है। कंप्यूटर ऑपरेटर दुर्गेश गुप्ता ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि ललित भट्ट वर्क इंचार्ज हैं और लेबरों को सुरक्षा बेल्ट और टोपी लगाना चाहिए नहीं लगाए हैं हम क्या कर सकते हैं । इस प्रकार दोहरीकरण में गैर
जिम्मेदार लोग कभी भी गंभीर घटना को दावत दे सकते हैं जिसकी पड़ताल आवश्यक है याद कराना है कि मानक की अनदेखी के कारण उत्तर प्रदेश में श्मशान घाट के पास 25 लोगों की मौत छत गिर जाने से हुई है। बावजूद इसके लोगों ने रेलवे के दोहरीकरण में भी कोई सबक नहीं लिया जो गंभीर और गैर जिम्मेदाराना हरक्कत को दर्शाता है जिस पर त्वरित कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है। जिससे जनधन की हानि होने से बचाया जा सके।