चौबीसों घण्टे गुलज़ार रहने वाला नगर अतिक्रमण के अभिशाप में तबाह हो गया।
पटरी व्यवसाईयों के सामने जीविकोपार्जन को लेकर सामने आई विकट समस्या।
कल चमन था आज इक सेहरा हुआ,देखते ही देखते ऐ क्या हुआ।
अशोक मद्धेशिया
संवाददाता
चोपन/सोनभद्र । शासनादेश के अनुसार नगर में जैसे ही अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी किया गया छोटे पटरी दुकानदारों में दहशत मच गया उसके बाद से एकाएक नगर का माहौल गमगीन हो गया । जो वर्षों से सड़क के पटरियों पर रेहड़ी वाले पटरी व्यावसाई छोटी मोटी दुकाने लगाकर अपने परिवार का भरणपोषण कर रहे थे एक आदेश के बाद से ही गमगीन हो गये। गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश कि किसी भी हाल में नालियों पर अतिक्रमण नहीं रहेगा और जो लोग सरकारी जमिनो पर अतिक्रमण किये है तत्काल खाली कर दे जिसके बाद से नगर में जगह जगह जो लोग नालियों पर गुमटी आदि डालकर अपनी जिविका चला रहे थे स्वयं ही हटाने में जुट गये बिते रविवार को तय समय के साथ प्रशासन ने चोपन वैरियर हास्पिटल रोड से अतिक्रमण हटाने का अभियान भी शुरू कर दिया जहाँ प्रशासन के रवैये से लोगों में काफी नाराजगी भी देखी गई वहीं नगर के बस स्टैंड के इर्द गिर्द जहाँ हमेशा चहल पहल रहता था आज वहाँ विरान हो गया है दर्जनों दुकानें चाय,पान,सैलून साईकिल, बांटी चोखा इत्यादि दुकानों को हटा दिया गया जिससे कि पूरा का पूरा उजाड़ हो गया है।
आप सभी को अवगत कराते चले कि चोपन जक्सन होने की वजह से यहाँ रेलवे स्टेशन से चौबिसों घंटे यात्रियों का आना जाना होता है इसी तरह बस के यात्रियों का भी आवागमन होता है और इन्ही आने जाने वाले यात्रियों से ये दुकानदार अपनी जिविका चलाकर अपना और अपने बच्चों का भरण-पोषण करते पठन-पाठन थे अब जबकि सब कुछ समाप्त हो गया ऐसे में लोगों के सामने बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो गई है कि अब जाये तो जाये कहाँ। पूर्व से लेकर वर्तमान तक जैसे जैसे सड़क चौड़ी होती गई दुकाने पीछे हटती गई अंत में आलम यह हो गया कि नाली के सिवा कोई जगह ही नहीं बचा जहाँ अपनी जीविका चला सके कारण कि पूरब पटरी मे रेलवे द्वारा पहले ही दिवार खड़ी कर दी गई है सब्जी मंडी मोड़ के समीप भी रेलवे काबिज है ऐसी स्थिति में लोग बाग कहाँ जायें वही बस स्टैंड के समीप भी सोमवार को रेलवे द्वारा फरमान जारी कर दिया गया है कि जो लोग रेलवे की जमीन पर पिछे बढ़ रहे हैं दो दिनों के भीतर अपने सामान हटा ले नहीं तो कार्यवाही की जायेगी जबकि उक्त जमीन का मामला पहले से ही न्यायालय में विचाराधीन है ऐसे में लोगों ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि तत्काल कोई ठोस पहल किया जाय जिससे कि हम लोगो का जिविका चल सके।