*हाइवे राजमार्ग सड़क से उड़ रही धूल से निवासी बेहाल प्रशासन से निजात की मांग*
डाला सोनभद्र
अनिल जायसवाल
संवाददाता
स्थानीय डाला क्षेत्र के बाड़ीं में वाराणसी से शक्तिनगर को जाने वाली राजमार्ग पर लगभग 6 इंच से 8 इंच धूल/मिट्टी जमने से आम क्षेत्रवासियों के लिए काफी परेशानी बन चुकी है। फोरलेन निर्माण से जहां लोगों ने सुकून की सांस ली वही धूल भरी सड़क खराब हो रही रोड के आधे हिस्से पर संबंधित विभाग नजर फेर रही है।
डाक्टर दिपक ने बताया स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है, महिला, पुरूष एवं बच्चों में धूल से दमा, स्नोफिलीया, श्वास संबंधी बीमारी की समस्या बढ़ रही है। वहीं सड़कों पर उड़ती धूल कई दफे वाहनों के दुर्घटना का कारण भी बनती जा रही है।
डाक्टर दिपक वही निवासी शिव शंकर ने बताया कि खन्ना कैम्प के पास से लेकर मां वैष्णो देवी मंदिर तक सड़क पर बाईक से सफर करना किसी हादसे को आमंत्रित करना जैसा बन गया है। बाड़ी स्थित खन्ना कैम्प के पास क्रेसर में जाने वाले रास्ते के आस पास के दुकानदार , व निवास कर रहे लोगों ने बताया कि कैसे जीते है हम सब भगवान ही जानता है । रोड के आधे हिस्से में लगभग 6 इंच मिट्टी व धूल के अंबार लगे है। चारो तरह धूल ही धूल है । बाड़ी स्थित खन्ना कैम्प के पास सडक पर इतनी धूल / मिट्टी में तब्दील हो चुकी है। जिससे वाहन अधिकतर उसमें हिचकोले खाते अपना संतुलन खोकर दुर्घटना का कारण बन रहे है। डाला से वाराणसी को गुजरने वाली यह राजमार्ग 5A के बाड़ी क्षेत्र का हिस्सा बुरी तरह से धूल के अंबार में समा चुका है। जिसके वावत सफाई के नाम पर विभाग की ओर से कुछ स्थानों पर खाना पूर्ति किया गया है। उल्लेखनीय है कि राज्य राजमार्ग पर हमेशा हजारों वाहनों की आवाजाही हो रही है जिससे वाहनों की रफ्तार के साथ धूल का गुबार सड़क पर उड़ने लगता है तथा दुपहिया वाहन चालकों का सड़क पर चलना मुिश्कल हो जाता है।यहां बताया जा सकता है कि बॉडी क्षेत्र में सड़क पर उड़ते धूल के कारण वाहन दुर्घटना को भी हमेशा आमंत्रित कर रहे है।इन कारणों से बिसो घटनाएं घट चुकी है यहां सडकों पर उड़ती धूल की वजह से लोगों को चश्मा, रूमाल, स्कार्फ चेहरे पर बांध कर चलते आसानी देखा जा सकता है।
शिव शंकरबाड़ी निवासी अनिकेत निषाद समाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि यदि सड़क और जमी मिट्टी को कटवा दिया जाता और पानी का छिड़काव होता रहता तो इस प्रकार की घटनाएं नही घटती।
अनिकेत निषाद निवासी सुनिल कुमार ने बताया कि दिन में तीन बार पानी का छिड़काव प्रदूषण को देखते हुए होना चाहिए था। हम लोग धूल फांक कर कैसे जीते है । हम्हीं लोग जानते है। उड़ती धूल के बावजूद भी राज्य राजमार्ग विभाग सड़कों की मरम्मत के लिए कोई फिक्रमंद नही है और न ही स्थानीय प्रशासन द्वारा इस दिशा में पहल की जा रही है लिहाजा नागरिक परेशान हैं।
रोड कम्पनी का बयान
वाराणसी शक्तिनगर 5A डाला के बाड़ी में सड़क पर जमे धूल/ मिट्टी के सम्बंध में एसीपी टोल प्रा0 लिमिटेड के जनसम्पर्क अधिकारी सकील ने बताया कि सड़क पर जमे मिट्टी के सम्बंध में मुझे जानकारी नही है । मैं मौके पर आकर ,देख लेता हूँ फिर इसे हटवाता हूँ।