पूर्व मध्य रेलवे चोपन के विकास व सफाई के दावों की पहली ही बारिश में खुली पोल
पूर्व मध्य रेलवे चोपन के विकास व सफाई के दावों की पहली ही बारिश में खुली पोल
सेंट्रल स्कूल, हिल कॉलोनी, लोको कॉलोनी, नार्दन कॉलोनी की टूटी सड़कें बजबजाती नालिया क्वार्टरो के अगल-बगल बढ़ी हुई झाड़ियां चित्र में देते विकास की गवाह
चोपन (संवाददाताअशोक मद्धेशिया)पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्र अंतर्गत सेंट्रल स्कूल, हिल कॉलोनी, लोको कॉलोनी में रहने वाले रेल कर्मियों का जीना दुभर हो गया हैं क्योंकि क्वार्टर सही समय पर मेंटेनेंस नहीं होने के कारण चूं रहे हैं नाली भी जगह-जगह टूटी हुई है लोकप्रिय प्रधानमंत्री जीके स्वच्छता अभियान लॉकडाउन प्रथम कोविड-19 कैराना जैसी खतरनाक बीमारी को दरकिनार करते हुए सिर्फ कागजी कार्रवाई करके आई ओ डब्लू और हेल्थ अफसर रेलवे स्टॉप के इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं रेलवे स्टाफ डर के मारे कहीं कोई शिकायत करने से भी परहेज करते हैं क्योंकि यहां रेलवे के उच्चाधिकारी भी निवास करते हैं जैसे ए ई एन,आईओ डब्ल्यू,हेल्थ ऑफिसर व उच्च अधिकारी इसके बावजूद यहां की कॉलोनी सड़के जगह-जगह टूटी हुई है यही हाल नालियों का भी जिसमें से गंदगी बहता है यदि कोई रेलवे स्टाफ इनके गलत कार्यों का विरोध करता है तो सभी अधिकारी एक स्वर में लिखा पढ़ी करके डिवीजन से ट्रांसफर करा देते हैं उस कर्मचारी का यही कारण है कर्मचारी चुपचाप हैं और बोलने से परहेज करते हैं
जबकि रेल मंत्रालय से विकास साफ सफाई के लिए अच्छा खासा फंड आता है लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत हल्का-फुल्का विकास दिखाकर सारे घन का बंदरबांट किया जाता है सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि अभी पहली बरसात होते ही कुछ क्वार्टर चूने लगे हैं और नालिया टूटी होने के कारण पानी का निकास भी सही से नहीं हो रहा है जिससे संक्रामक रोग फैलने की आशंका है जबकि ज्यादातर रेलवे सड़कों को आदर्श नगर पंचायत चोपन द्वारा बनाया गया है और साफ-सफाई भी हर वर्ष कराया जाता था लेकिन इधर बीच जब से नए आई ओ डब्लू आए हैं उन्होंने नगर पंचायत को रेल
परिसर में विकास करने और साफ-सफाई करने के लिए मना कर दिया जिसके कारण रेलवे के क्वार्टर के किनारे बड़ी-बड़ी झाड़ियां जम गई है और नाली जाम हो गया है इसके बावजूद चोपन के रेलवे आई ओ डब्ल्यू और हेल्थ अफसर मौन धारण किए हुए हैं जो जांच और कड़ी कार्रवाई का विषय है लगातार समाचार पत्रों में खबर निकलने के बावजूद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है