तेजस्वी संगठन द्वारा मनाया गया बुद्ध पूर्णिमा की गई वर्चुअल संगोष्ठी व संस्थापक द्वारा दी गई संगठन की जानकारी
तेजस्वी संगठन एक समाजसेवी संगठन है जिसका उद्देश्य है समाजसेवा तेजस्वी संगठन के संस्थापक ई. प्रकाश पाण्डेय जी ने बुद्ध पूर्णिमा के शुभावसर पर वर्चुअल संगोष्ठी का आयोजन कर तेजस्वी संगठन के सभी संस्थापक सदस्यों के साथ बुद्ध पूर्णिमा पर भगवान बुद्ध के बिचारो के बारे में बताते हुये बुद्ध जी के नमन किया गया। इस मौके पर श्री पाण्डेय जी ने तेजस्वी संगठन के उद्देश्य व विस्तार पर चर्चा करते हुये बताया कि तेजस्वी संगठन मि स्थापना 2012 में समाज कल्याण हेतु की गई थी तब से अनवरत संगठन समाज सेवा का कार्य निरंतर करता चला आ रहा है। सर्वप्रथम 2012 में तेजस्वी युवा समिति के माध्यम से युवावों का समूह बना कर ग्राम व क्षेत्र की समस्यावो जैसे रोड व नाली के मरम्मत हेतु प्रयास करना, सफाई अभियान चलना, स्वास्थ्य जागरूकता अभियान, नशामुक्ति अभियान, इत्यादि सामाजिक कार्यो को करते हुये संगठन का विस्तार आसपास के कई जनपदों में किया गया। 2014 में तेजस्वी खेल प्रतियोगिता का गठन कर तेजस्वी खेल प्रतियोगिता का आयोजन करवाना व जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं कराई गई संगठन के द्वारा, 2019 में तेजस्वी सेवार्थ सेवा आश्रम की स्थापना कर जनपद के पेढ़ गांव में भव्य यज्ञ अनुष्ठान कराया गया। और आश्रम के विस्तारी क्रम में प्रयागराज जनपद में मांडा (चिलबिला) में द्वितीय इकाई की नींव रखी गई एवं तीसरा आश्रम छत्तीसगढ़ के बगीचा तहसील में स्थापित किया गया। 2020 मार्च में वैश्विक महामारी कोरोना के पहली लहर में संगठन द्वारा पेढ़ में आश्रम के सौजन्य से खाद्य किट, मास्क का वितरण किया गया। 2021 में तेजस्वी न्यूज़ की स्थापना की गई संगठन द्वारा। कोरोना की वजह से संगठन अपने मुख्य उद्देश्य को पूरा न कर सका इसके लिये श्री प्रकाश पाण्डेय जी ने खेद व्यक्त करते हुये। संगठन कोर कमेटी से विचार विमर्श कर बताया कि तेजस्वी संगठन द्वारा संगठनात्मक विस्तार का कार्यक्रम बहुत तेजी से किया जा रहा है। और जैसे ही कोरोना महामारी पर काबू पा लिया जायेगा। पुनः संगठन द्वारा आश्रम, गुरुकुलम, नशामुक्ति केंद्र, खेल प्रतियोगितावो को देश के हर राज्यो में सुरु किया जायेगा। वर्चुअल संगोष्ठी में धर्मेंद्र सिंह जी, डॉ गुड्डू, राजेश तिवारी, अरुण पाण्डेय, लोलारक तिवारी, राकेश पाण्डेय, प्रदीप पाण्डेय, नित्यानंद द्विवेदी, यादवेंद्र दत्त द्विवेदी, कमलेश पाण्डेय, गोपाल जी वैद्य, रमेश ओझा, कृपाशंकर मिश्र इत्यादि लोग उपस्थित रहे।