**पीजी कॉलेज ओबरा में छात्रों का जबरदस्त हंगामा बैठे धरना पर।
अशोक मद्धेशिया
संवाददाता
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ओबरा में होने वाले छात्रसंघ चुनाव को लेकर उस समय माहौल गर्म हो गया जब निर्वाचन अधिकारी द्वारा वैध एवं अवैध सूची जारी की गई। जिसमें पुलिस प्रशासन द्वारा अपराधिक सत्यापन के उपरांत दो अध्यक्ष प्रत्याशी राजेश यादव और राहुल कुमार पांडेय का नामांकन अवैध घोषित कर दिया गया। इसके अलावा एक महामंत्री प्रत्याशी रोहित कुमार सिंह व एक कला संकाय प्रतिनिधि प्रत्याशी शेरू लाल का नामांकन अवैध घोषित किया गया।
वही नाम वापसी में एक महामंत्री प्रत्याशी रोहित व एक उपाध्यक्ष प्रत्याशी आकाश चौरसिया ने अपना स्वयं वापस ले लिया। उक्त आशय की जानकारी निर्वाचन अधिकारी प्रो मीरा यादव ने दिया। जैसे ही नामांकन अवैध घोषित होने वाले प्रत्याशी और उनके समर्थक धरना प्रदर्शन व आंदोलन करने लगे। स्थिति बिगड़ता देख प्राचार्य द्वारा मामले की सूचना ओबरा थाने को दी गई। सूचना पाते ही मौके पर पहुँचे तहसीलदार सुनील कुमार, क्षेत्राधिकारी भास्कर वर्मा और ओबरा थाना प्रभारी निरीक्षक शैलेश राय द्वारा छात्रों को समझा-बुझाकर किसी तरह मामला शांत कराने में जुटे रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में लॉक डाउन के दौरान दो अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों पर 188 के तहत मुकदमे दर्ज है। इसी कारण से उनका नामांकन अवैध घोषित किया गया है। वही कालेज प्रशासन पर पक्षपात कर चुनाव निर्विरोध निर्वाचित करने का आरोप लगाते हुए छात्र कालेज के अंदर भूख हड़ताल पर बैठे हुए है। अब देखने वाली बात यह है कि नाराज़ छात्रों को कॉलेज प्रशासन किस तरह से हेंडिल करता है। बरहाल इस खबर से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और बीजेपी के नेता खुशी में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को जीत की बधाई दे रहे है।