उत्तर प्रदेश

प्रा.बि.बघाडुं के शिक्षक किसके कृपा से रहते हैं गायब ,ऐसे विद्यालयों का संज्ञान कब लेंगे शिक्षा विभाग के अधिकारी

प्रा.बि.बघाडुं के शिक्षक किसके कृपा से रहते हैं गायब ,ऐसे विद्यालयों का संज्ञान कब लेंगे शिक्षा विभाग के अधिकारी

शिक्षा विभाग अपने कारनामो से बना रहता हैं सुर्ख़ियों में

बीजपुर(बग्घा सिंह)सोनभद्र:खण्ड शिक्षा क्षेत्र म्योरपुर के अंतर्गत जरहा गाँव के टोला बघाडुं के पी .एस विद्यालय में तैनात एक प्रधानाध्यापक एक हेड मास्टर शिक्षक लम्बे समय से घर बैठे बेतन उठा रहे हैं विद्यालय में तैनात तीन शिक्षामित्रों के बदौलत विद्यालय संचालित कराया जा रहा है ज्ञात हो कि मौजूदा समय में कोविड-19 के कारण इलाके में संचालित परिषदीय विद्यालयों में शिक्षण कार्य भगवान भरोसे हो गया है इसी का लाभ लेकर उक्त स्कूल के दोनों शिक्षक लम्बे समय से गायब हैं। सूत्रों के अनुसार महीने में उपस्थिति पत्र देने के समय विद्यालय में उनका भी उपस्थिति रजिस्टर में दोनो का हस्ताक्षर सहयोगी शिक्षामित्र बनाते हैं। और दोनो शिक्षकों का उपस्थिति रजिस्टर मीडिया के हाथ लगा उपस्थिति रजिस्टर में कई कई महीनों के जब दोनों शिक्षको के उपस्थिति की जगह अनुपस्थिति पाए गए तो जानकारी जुटाने पर एक एक राज दोनो गुरुओं के बेपर्दा हो गए। पीयूष कुमार कावरा, और धीरेंद्र प्रताप सिंह नाम के दोनों लापरवाह शिक्षक पश्चिम के बताए जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार इनकी शिकायत बीएसए सहित अन्य अधिकारियों को कई बार अभिभावकों ने अवगत कराएं लेकिन कोई सुनता ही नहीं जिसके कारण विद्यालय में पढ़ने वाले तकरीबन 116 बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। विद्यालय में यदि जिम्मेदार अध्यापक ही नहीं रहेंगे तो ऑनलाइन या अन्य कार्य बच्चों का कौन कराएगा । इतना ही नही कायाकल्प के नाम विद्यालय खंडहर मैं तब्दील होता जा रहा है इतना ही नही कई साल से रँगाई पुताई के अभाव में बदहाली के कगार पर जर्जर हो गया है। विद्यालय प्रांगण में शौचालय बना है पर टँकी नदारत है स्कूल के फर्श टूटे पड़े हैं। स्कूल में पंखे और बल्ब लगे हैं लेकिन बिजली कनेक्शन नदारत है। चूहों की फौज ने जरूरी सामान सहित रजिस्टर और कुर्सी को कुतर कुतर कर बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिए हैं। कोरोना काल मे रखरखाव और देखरेख के अभाव में ऑनलाइन पढ़ाई महज हवाहवाई सावित हो रहा है। गाँवो में नेटवर्क का अभाव है तो गरीब ग्रामीण बच्चों के पास महंगे मोबाइल न होने के कारण शिक्षा दीक्षा पर ग्रहण लगता जा रहा है। इसबाबत खण्ड शिक्षा अधिकारी एस पी सहाय से जब जानकारी ली गयी तो उन्हों ने कहा कि पूरा मामला मेरे संज्ञान में है जल्द जाँच कर ठोस कार्रवाई की जाएगी।

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