जलियावाला बाग हत्या कांड जैसा है लखीमपुरखीरी कांड-अविनाश कुशवाहा
नैतिकता के आधार पर मुख्मंत्री योग दे इस्तीफा
सोनभद्र। लखीमपुरखीरी में आन्दोलनकारी किसानों के उपर एक भाजपा के केन्द्रीय मंत्री के बेटे द्वारा किसानों के ऊपर की गयी बर्बरता एवं कार से कुचलकर की गयी निर्मम हत्या के विरोध में किसानों की आवाज को बुलंदकर उनकों न्याय दिलाने की मांग करने के लिए कलेक्ट्रेट जाने के लिए अपने समर्थकों के साथ घर से बाहर निकलते ही पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा को पहले से ही घात लगाकर एसडीएम एवं सीओं के नेतृत्व में उनके घर के पास रूकी पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर हाऊस अरेस्ट कर दिया। पुलिस की इस कार्यवाही को दमनकारी करार देते हुए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होनें कहा कि पुलिस के बल पर जन आन्दोलन को दबाने के लिए भाजपा सरकार की यह योजना कभी सफल नहीं हो पायेगी। जलियावालाबाग हत्या कांड कराकर अंग्रजों ने जन आवाज को दबाने का प्रयास किया था लेकिन जनता की आवाज के आगे उसे नत्मस्तक हो कर देश छोड़ कर भागना पड़ा फिर भाजपा सरकार अपने मंत्री के द्वारा कुछ किसानों की हत्या कराकर सोच रही है कि किसान कृषि आंदोलन को समाप्त कर देगें। लेकिन उसके मंसूबे पर हमेश पानी फिरेगा। भाजपा के केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्र को लखीमपुरखीरी जाते समय किसानों द्वारा काला झण्डा दिखाना इतना नागवार लगा कि जनसभा में उन्होनें किसानों को दो मिनट में सीधा करने की बात कहीं और भाजपा सरकार ने अपने मंत्री के उस बयान पर कोई कार्यवाही नहीं किया। अगर भाजपा सरकार ने कोई कार्यवाही की होती तो शायद हमारे किसान इतने आन्दोलित न हुए होते और ना ही उन्हें अपनी जान गवानी न पड़ती। सरकार को उक्त घटना की जांच सीबीसीआईडी से कराकर दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही कराने के साथ ही नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा देना चाहिए