ऑनलाइन कार्यशाला, केंद्रीय बजट के पश्चात बजट पर चर्चा
(ब्यूरो चीफ/जयदीप गुप्ता)
ओबरा।सोनभद्र,,,,राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय व भारतीय लेखा परिषद,मिर्जापुर शाखा,के संयुक्त तत्वाधान में ऑनलाइन कार्यशाला केंद्रीय बजट के पश्चात बजट 2022 पर चर्चा आयोजित किया गया।इस आयोजन में सम्मिलित होने के लिए भारत के कोने कोने से लोगों की प्रतिभागी देखने को मिली। कार्यक्रम के प्रारंभ में कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर विकास कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर,डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स,राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ओबरा ने कार्यशाला में उपस्थित सभी विषय विशेषज्ञों , प्राचार्य, शोध छात्र-छात्राएं इन विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए किया।तत्पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रमोद कुमार ने डॉ विकास कुमार को इस वृहद आयोजन के लिए बधाई दीI सभी विद्वान वक्ताओं ने बजट पर अपनी अपनी बातों को रखा Iकार्यक्रम में प्रथम वक्ता प्रोफेसर एन डी माथुर, डीन, स्कूल आफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज, जेइसीआरसी यूनिवर्सिटी, जयपुर, राजस्थान, ने यह बताया कि बजट में मुख्यतः 4 बिंदुओं पर बात की गई है जिसमें सबसे महत्वपूर्ण बिंदु गति शक्ति का है जिसमें 7 इंजन की बात की गई तथा सभी इंजन में एकीकृत नियोजन,जिनका उद्देश्य विश्व स्तरीय आधुनिक संरचना तथा अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करना है I
कार्यक्रम में द्वितीय वक्ता प्रोफेसर पवनेश कुमार, डीन, स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट साइंसेज, महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी, मोतीहारी, बिहार, ने यह बताया कि इस बजट को अमृत काल का बजट कहा गया क्योंकि यह स्वतंत्रता के 75 वर्ष मैं बनाया गया जिसमें अगले 25 वर्षों के लक्ष्यों को तय किया गया जब स्वतंत्रता का 100 वर्ष मनाया जाएगा।इस बजट में डिजिटल करेंसी की बात की गई निश्चित रूप से जिसकी लागत पत्र मुद्रा धातु मुद्रा की तुलना में कम होगी।तथा यह बताया कि इस बजट में सरकार महत्वकांक्षी जनपद के उन ब्लॉक तक सुविधाएं पहुंचाने का प्रयास करेगी जिनका विकास अभी नहीं हुआ।तृतीय वक्ता सीए रंजीश विश्वकर्मा, ने बजट पर यह बताया कि आप लोक-लुभावन बजट की जगह, भविष्य को ध्यान में रखते हुए इनोवेटिव कैपिटल एक्सपेंडिचर पर पर्यावरण को ध्यान में रखकर खर्च किया गया है।कार्यक्रम के अंत में संयोजक, डॉ शैलेश द्विवेदी, असिस्टेंट प्रोफेसर गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी व भारतीय लेखांकन परिषद, मिर्जापुर शाखा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन कियाI