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हिण्डालको अस्पताल, रेणुकूट के सोलहवें वार्षिक मेडिकल अधिवेशन का सफल समापन ।

रेनूकूट/सोनभद्र।
हिण्डाल्को अस्पताल रेणुकूट के द्वारा सोलहवें वार्षिक मेडिकल अधिवेशन “कॉन्फ़्लुएन्स-2023” का आयोजन किया गया।

    इस वर्ष मेडिकल कांफ्रेंस की थीम “मेन्टल हेल्थ” रखी गई। मेडिकल कॉन्फ्रेंस के पूर्व प्री-मेडिकल कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप का उद्घाटन मुख्य अतिथि एवं पैट्रन हिंडालको कलस्टर एचआर हेड श्री जसबीर सिंह द्वारा किया गया। अपने उद्बोधन में श्री जसबीर सिंह ने कहा की इस तरह कांफ्रेंस के आयोजन से मेडिकल साइंस में क्या नई तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है उससे सभी चिकित्सक लाभान्वित होने के साथ हमारे संस्थान तथा रेणुकूट के आस-पास के मरीजों को भी लाभ मिलता है।

     प्री-मेडिकल कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप के अंर्तगत कार्डियोलॉजी वर्कशॉप में बी एम बिरला अस्पताल, कोलकाता से डॉ मनोज डागा के नेतृत्व ह्रदय रोग विशेषज्ञों की टीम ने हिण्डाल्को अस्पताल में 120 मरीजों का परीक्षण कर उन्हें उचित सलाह एवं उपचारित किया। इसी क्रम में पूर्वांचल अस्पताल, वाराणसी डॉ अखिलेश पाण्डेय एवं हिण्डालको अस्पताल, रेणुकूट के डॉ एम् एच अंसारी की टीम ने 12 नेत्र रोगियों का सफल ऑपरेशन किया।
वार्षिक मेडिकल अधिवेशन कॉन्फ़्लुएन्स-2023 का विधिवत उद्घाटन हिण्डालको प्रेक्षाग्रह में हिण्डालको कलस्टर के सी ओ ओ श्री एन नागेश, विशिष्ट अतिथि आदित्य बिरला ग्रुप के हेल्थ एंड मेडिकल सर्विसेज के प्रमुख डॉक्टर ऋषिकेश नायक, हिंडालको कलस्टर के एचआर हेड जसबीर सिंह, डॉ के. के. गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक बी एच यू, वाराणसी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया । हिण्डालको कलस्टर के चिकित्सा सेवाओं के प्रमुख डॉक्टर भास्कर दत्ता ने अपने स्वागत अभिभाषण में हिण्डालको अस्पताल की गतिविधियों के बारे में प्रकाश डाला तथा बताया की हिण्डालको हर वर्ष इस तरह की मेडिकल कांफ्रेंस का आयोजन विगत 15वर्षों से करता आ रहा है। इस वर्ष भी आदित्य बिरला ग्रुप के विभिन्न अस्पतालों के साथ सोनभद्र एवं मध्यप्रदेश के 125 चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया है। तत्पश्चात हिण्डालको कलस्टर के एचआर हेड एवं मेडिकल कांफ्रेंस के पैट्रन श्री जसबीर सिंह ने बताया की हिण्डालको अस्पताल सोनभद्र जिले में अपना एक विशेष स्थान रखता है जिसके माध्यम से ना सिर्फ हिण्डालको के कर्मचारियों का इलाज होता है वरन आसपास के लोगों का भी यहां पर इलाज किया जाता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आदित्य बिरला ग्रुप के हेल्थ एंड मेडिकल सर्विसेज के प्रमुख डॉक्टर ऋषिकेश नायक ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस वर्ष की थीम मेंटल हेल्थ बहुत ही उचित रखी गई है। हिण्डालको आदित्य बिरला ग्रुप का प्रमुख संस्थान है जिसमें बहुत से कर्मचारी कार्यरत हैं। हम अपने कार्य को प्रमुखता देते हैं परंतु अपने मेंटल हेल्थ के बारे में ध्यान नहीं देते हैं। इस हेतु इस वर्ष की थीम बहुत ही कारगर है। मुख्य अतिथि श्री नागेश ने कहा कि हिण्डालको अस्पताल जिस प्रकार से लगातार तरक्की कर रहा है। अत्याधुनिक मशीनों एवं उपकरणों से मरीजों को और भी अच्छी सुविधा प्रदान कर रहा है कोविड के समय हिण्डालको अस्पताल ने लेवल-2 के अस्पताल के रूप में कार्य करके बहुत ही सराहनीय कार्य किया। मैं इस वार्षिक मेडिकल कांफ्रेंस के सफलतम आयोजन की आप सभी को बधाई देता हूं। इस वार्षिक मेडिकल अधिवेशन से अस्पताल के सभी चिकित्सकों को तथा आए हुए सभी सम्मानित चिकित्सकों को भी बहुत ही लाभ मिलेगा जिससे मरीजों को अत्याधुनिक विधि से इलाज करने में सहायता मिलेगी। मेडिकल अधिवेशन के प्रथम साइंटिफिक सेशन में वाराणसी से आए प्रख्यात मनोचिकित्सक डॉ वेणुगोपाल झवर ने “हॉलिस्टिक अप्रोच टू मेंटल हेल्थ” विषय पर बोलते हुए सभी को बताया की हम सभी बीमारियों के इलाज के बारे में सोचते हैं, परंतु अपने मेंटल हेल्थ के बारे में चर्चा करने पर भी बहुत ही झिझकते हैं। इस विषय पर उन्होंने बहुत ही रोचक जानकारी उपलब्ध कराई। तत्पश्चात बी एच यू वाराणसी से आई प्रोफेसर डॉ दीपिका जोशी ने “फंक्शनल मूवमेंट डिसऑर्डर” के बारे में सभी चिकित्सकों को अत्याधुनिक इलाज के विषय में विस्तृत जानकारी दी। इसी क्रम में बीएचयू वाराणसी से आए प्रोफेसर डॉ रितेश यादव ने “इंपैक्ट ऑफ़ एंडोक्राइन डिसऑर्डर्स ऑन मेंटल हेल्थ” विषय पर सभी चिकित्सकों को इस विषय पर जानकारी दी। पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर इंस्टीट्यूट, वाराणसी से आए प्रोफेसर डॉ अनुज गुप्ता ने “डिस्ट्रेस इन कैंसर पेशेंट चैलेंजिस एंड सॉल्यूशंस” विषय पर बोलते हुए सभी चिकित्सकों को बताया कि कैंसर के रोगियों को किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है तथा उसका निदान किस प्रकार किया जा सकता है। कार्यक्रम के अगले चरण में पॉपुलर अस्पताल, वाराणसी से आए डॉ प्रभात कुमार ने बहुत ही रोचक तरीके से “बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य” के विषय पर सभी को जानकारी दी। कार्यक्रम के दूसरे चरण में हिण्डालको अस्पताल के वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ अजय गुगलानी ने “ओस्टियोआर्थराइटिस तथा संपूर्ण घुटना प्रत्यारोपण” के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डॉ शोभित श्रीवास्तव ने “कॉन्ट्रोवर्सी इन मैनेजमेंट ऑफ वर्टिगो” विषय पर बोलते हुए सभी को बताया कि यह एक ऐसा विषय है जिसमें बहुत सारे चिकित्सक परेशान रहते हैं परंतु बहुत छोटे-छोटे उपाय करके इसका निदान किया जा सकता है। कार्यक्रम के अगले चरण में डॉ प्रेमलता यादव, डॉ. पूजा लड्डा, डॉ पायल दामोर के द्वारा फ्री पेपर की प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम के अंतिम चरण में सभी वक्ताओं को शॉल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया। संचालक डॉ अजय गुगलानी ने सभी वक्ताओं, विभिन्न अस्पतालों से आए प्रतिभागियों एवं कार्यक्रम को सफल बनाने मे योगदान देने वाले सभी विभागों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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