उत्तर प्रदेश

कोयले की धूल व रोड जाम से परेशान ग्रामीणों ने किया आंदोलन।

दुद्धिचुआ जीएम कार्यालय पर घंटो चला विरोध प्रदर्शन।

उमेश सागर,,

शक्तिनगर। एनसीएल दुद्धिचुआ क्षेत्र से हो रहे कोयला परिवहन की गाड़ियों के कारण शक्तिनगर आंबेडकरनगर मार्ग पर उड़ती कोयले के गुब्बार व आए दिन लगने वाले जाम से परेशान अंबेडकर नगर व्यापार मंडल समिति व ग्रामीणों ने पूर्व से निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को एनसीएल दुद्धिचुआ क्षेत्र मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करते हुए विभिन्न मांगों का प्रस्ताव रखा। पांच घंटे तक लगातार चले आंदोलन का समापन प्रशासन की पहल पर प्रबंधन व ग्रामीणों की वार्ता के बाद हुआ। जिसमें प्रबंधन ने ग्रामीणों के तीन मांगों, नियमित सड़क पर पानी का छिड़काव, सड़क पर नियमित झाड़ू लगना और मुख्य मार्ग किनारे गड्ढों की भराई आदि मांगो को मान लिया।

एक सप्ताह पूर्व ग्रामीणों ने पत्र के माध्यम से मुख्य महाप्रबंधक को अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए मांग किया था कि यदि जल्दी कोई ठोस निर्णय नहीं निकलता है तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे। उक्त प्रकरण का संज्ञान लेकर प्रशासन ने भी एनसीएल दुद्धिचुआ प्रबंधन को पत्र लिखकर वार्ता करने की पहल करने को कहा था। लेकिन सामाजिक सरोकार के मुद्दे पर विवेक शून्य हो चुके प्रबंधन की कानों पर जूं तक नहीं रेंगा और ग्रामीण मंगलवार को मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय को घेरकर विरोध प्रदर्शन जताकर आंदोलन किए।

एनसीएल दुद्धिचुआ प्रबंधन की ओर से ग्रामीणों से वार्ता करने के लिए पहुंची कार्मिक स्टाफ अधिकारी कविता गुप्ता को उस समय बैरंग लौटना पड़ा जब ग्रामीणों ने पूर्व की बैठकों में हुए वादों को याद दिला कर वार्ता करने से मना कर दिया और मुख्य महाप्रबंधक से वार्ता के लिए अड़े रहे। शक्तिनगर अंबेडकर नगर मुख्य मार्ग पर लगातार पानी छिड़काव की बात रखते समय स्टॉप अधिकारी कविता गुप्ता के झूठ को अंबेडकर नगर के ग्रामीणों ने खोलते हुए बताया कि दिन में सिर्फ दो बार ही पानी छिड़काव होता है, जो महज खानापूर्ति है।

अंबेडकर नगर ग्रामीणों व व्यापारियों के हौसले को बारिश भी नहीं तोड़ पाया और पानी की बौछारों के बीच भी ग्रामीण अपनी मांगों पर डटे रहे। जिसके बाद शक्तिनगर थाना प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश कुमार मिश्र की पहल पर एनसीएल दुद्धिचुआ प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच वार्ता पर आम सहमति बनी, जिसे लिखित रूप में मिलने पर आंदोलन समाप्त हुआ।

मुख्य मार्ग किनारे कोयला परिवहन की गाड़ियों के खड़े करने के सवाल पर स्टाफ अधिकारी कविता गुप्ता ने लॉ एंड ऑर्डर का सवाल बता कर टाल दिया। जिसके बाद प्रभारी निरीक्षक ने आश्वासन दिया कि सड़क किनारे गाड़ियों को खड़ा होने नहीं दिया जाएगा और यदि कोई ऐसा करता है तो उस पर ठोस उचित कार्रवाई की जाएगी।

इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से अंबेडकर नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष व विस्थापित नेता मनोज गुप्ता, महामंत्री योगेश सिंह, दिलीप सिंह, राम प्रकाश पनिका, ग्राम पंचायत सदस्य सुरेश गुप्ता, आरके उपाध्याय, राकेश सिंह, नौशाद, शमशाद, रमेश, दिलीप गुप्ता सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण व व्यापारी उपस्थित रहे।

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