कांग्रेस नेता एवं प्रशासनिक अधिकारी के बीच नोकझोंक, बिगड़े बोल।
कंपनी में हुई मजदूर की मौत पर परिजनों को बरगला कर हंगामा कराने का आरोप।
उमेश सागर
सिंगरौली। मोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत त्रिमूला कंपनी में हुई मजदूर की मौत के बाद सोमवार को कंपनी गेट पर हंगामा शुरू हो गया। हंगामे को शांत कराने पहुंची प्रशासन एवं मौके पर उपस्थित कांग्रेस नेता के बीच में झड़प की खबरों ने आग में घी का काम किया। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जहां पर कांग्रेस नेता झुमाझटकी की करते नजर आ रहे हैं।
आए दिन सुर्खियों के बीच बने रहने वाले कांग्रेस युवा नेता भास्कर मिश्रा ने आखिरकार क्यों की प्रशासनिक अधिकारी के साथ झूमा झटकी?
कार्य के दौरान झुलसा मजदूर-
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते कल में तिरुमाला इंडस्ट्रीज में काम कर रहे मजदूर कमला प्रसाद साहू झुलस गए थे, जिसके बाद आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए बनारस रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान झुलसे मजदूर की मौत हो गई एवं मजदूर के शव को परिजनों ने कंपनी गेट पर रखकर उचित मुआवजे की मांग पर अड़े थे। कंपनी प्रबंधन की ओर से इलाज के लिए मजदूर को ₹60000 मुहैया कराया गया था। उचित मुआवजे की मांग का हंगामा करने के बाद मजदूर के परिवार के 15 सदस्यों एवं प्रशासनिक अमले सहित कंपनी प्रबंधन के लोगों के समक्ष बैठक का दौर चला, जिस पर कंपनी प्रबंधन की ओर से ₹500000 की सहायता राशि मजदूर परिवार को प्रदान की गई।
कॉंग्रेस नेता पर भीड़ को उकसाने एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ झूमा झटके का है आरोप?
कांग्रेस नेता भास्कर मिश्रा जो आए दिन सुर्खियों में बने रहते हैं। मामले की जानकारी लगने के बाद मौके पर पहुंचे एवं मृतक के परिजनों को भड़काने के आरोप के साथ साथ पुलिस अधिकारी के साथ झूमा झटके करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ। जिसके बाद से तो जैसे हंगामा खड़ा हो गया। वहीं मृतक के परिजनों को उकसाने एवं भीड़ को आकर्षित करने सहित कई गतिविधियां काँग्रेस नेता के द्वारा की गई जिसके बाद वहां पर इकट्ठा भीड़ आक्रोशित हो गई। सूत्रों की माने तो आगजनी के लिए भीड़ को उकसाने जैसे गंभीर आरोप भी नेता पर लगे हैं। जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया में वायरल हुई वैसे ही तिरुमाला इंडस्ट्रीज के आसपास का क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया और देखते ही देखते सैकड़ों की तादाद में पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए आक्रोशित भीड़ को समझा बुझाकर शांत कराया।
मामले पर एसडीओपी राजीव पाठक मोरवा के द्वारा बताया गया कि तिरुमाला इंडस्ट्रीज में कार्य कर रहे हैं मजदूर आग में झुलस जाने के कारण स्थिति गंभीर हो गई जिसे की इलाज के लिए बनारस में भर्ती करवाया गया जहां कंपनी प्रबंधन की ओर से पीड़ित परिवार को ₹60000 की सहायता राशि कंपनी के द्वारा उपलब्ध कराई गई एवं इलाज के दौरान पीड़ित मजदूर की मौत हो गई जिसके बाद मृतक मजदूर के परिजनों ने चौक को कंपनी गेट पर रखकर उचित मुआवजे की मांग की जहां प्रशासन के द्वारा 5 सदस्य परिवार जनों की टीम बनाकर कंपनी प्रबंधन के साथ में बैठक कराई गई जहां पर ₹500000 के मुआवजे के साथ में परिजन मान गए इसके बाद पहुंचे कांग्रेस नेता ने मृतक के परिजनों को कहा कि 10 से ₹1500000 मुआवजे की मांग करें अन्यथा कंपनी में आग लगा दे जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभालते हुए लोगों को शांत कराने की कोशिश की जिस पर नेता के द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार एवं जुमा झटकी शुरू कर दी गई एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने का कार्य किया गया।
वहीं युवा कांग्रेस नेता भास्कर मिश्रा से संपर्क नहीं हो पाने के कारण उनका पक्ष नहीं रखा जा सका है।