सोनभद्र

नन्द के आनंद भयो, जै कन्हैया लाल की

 

मुस्तकीम खान सोनभद्र

जिले हर विकास खण्ड के हर गांवों में,देवी,देव मंदिरों में थाना परिसर में नन्द के आनंद भयो ,जय कन्हैया लाल की ।जन्म लेते ही लगे जैकारा।घंटी घड़ियाल, संख के ध्वनि से गुजा मण्डप स्थल।सोहर गीत,रामायण पाठ,भजन कीर्तन करते रहे भक्त।
जानकारी के अनुसार हिंदू धर्म के विभिन्न त्योहारों में ग्वालों के सखा श्री कृष्ण का जन्म भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है | भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि की आधी रात को मथुरा के कारागार में वासुदेव की पत्नी देवकी के गर्भ से कृष्ण ने जन्म लिया था | श्री कृष्ण के जन्म की इस शुभ घड़ी का उत्सव पूरे जिले के हर गांवों, थाना परिसर में धूमधाम से मनाया गया |
| द्वापर युग के श्री कृष्ण ने बुधवार को रोहिणी नक्षत्र में जन्म उस समय लिया था जब धरती पर कंस के द्वारा बाल हत्या, गौ हत्या, ब्रह्म हत्या जैसी अत्याचारों से पृथ्वी पर बोझ बढ़ता जा रहा था | अत्याचारों का दर्द देख पृथ्वी कराहने लगी थी | देवकी के विवाहोपरान्त विदाई करते समय आकाशीय भविष्यवाणी हुई थी मू | ऐसा सुन कंस ने वापस अपने राज्य मे देवकी को काल कोठरी में बंद कर उसके सारे संतान को समाप्त करने का संकल्प लिया ब्रह्मा जी के कृपा से आठवां पुत्र जन्म होते ही कारागार के सारे रखवाले अचेत अवस्था में पहुंच गए और कारागार के ताले अपने से खुल गए थे, सारी जंजीरे भी खुल गई देखते ही देखते वासुदेव ने पुत्र को उठाया और पुत्र की सुरक्षा के लिए अन्यत्र पहुंचाने के लिए टोकरी में लेकर निकल पड़े थे जैसे सिन लोगों को भाव विभोर कर रहे थे। बादलों की गड़गड़ाहट तेज बारिश का सामना करते हुए नंद के घर गोकुल में पहुंच गए | वहां जन्मी कन्या को लेकर वापस अपने कारागार में पुनःपहुंच जाते हैं जैसे झांकिया लोगों कोआकर्षण का केन्द्र रही।श्री कृष्ण का जन्म प्रशासनिक जगह थाना, चौकी,गाँवो ,बाजारों जैसे स्थानों पर विशेषकर बड़े धूमधाम से जन्माष्टमी मनायी गयी | लोगों का माने तो श्री कृष्ण माखन चोर और नटखट थे इसकी वजह से प्रशासनिक जगह पर श्री कृष्ण का जन्मोत्सव हर्षित मन से मनाया जाता है |

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