बड़े अपराधियों पर हाथ डालने में पुलिस के छूट रहे पसीने
सोनभद्र
बीजपुर:-नमामि गंगे की पाइप चोरी हुए एक पखवाड़े से अधिक का समय निकल गया है। पुलिस जाँच के नाम पर खाना पूर्ति कर लीपापोती में लगी हुई है पाँच छोटे गरीब आरोपियों को जेल भेज कर पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है पाइप चोरी में नामजद बड़े अपराधि खुलेआम सड़क पर घूम रहे हैं और पुलिस उनके गर्दन तक हाथ डालने में खुद घबरा रही है। वहीं जनता पूछ रही है अब कहाँ गया योगी सरकार का बुल्डोजर ? गौरतलब हो कि पिछले 26 मई को जरहा गाँव के चेतवा में ग्रामीण और कार्यदाई संस्था मेसर्स जीपीबीआर कम्पनी के लोग नमामि गंगे की 92 पाइप को दो डीसीएम ट्रक पर लोड कर लेजाते समय पाँच आरोपियों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था। कम्पनी के एचआर हेड दिनेश कुमार मुदुली की तरफ से नामजद आठ आरोपियों के विरुद्ध तहरीर देकर केश दर्ज कराया गया। मामले में पुलिस जाँच का बहाना बना कर समय पार कर रही है जब कि जन चर्चा पर भरोसा करें तो निष्पक्ष जांच हो जाय तो करोड़ों के पाइप चोरी के राज के साथ कई सफेद पोश और कम्पनी के एक दो कर्मचारी पुलिस की जाल में फंस सकते है। कम्पनी के कई ठेकेदारों ने दबीजुबान बताया कि जनपद में चल रहे जलजीवन मिशन योजना की कई साइट से करोड़ो की हजारों पाइप चोरी हुई है अगर किसी ईमानदार एजेंसी से जांच हो जाय तो सभी राज परत दर परत खुल जाएंगे और कई बड़े चेहरे बेनकाब हो जायेगें। हलाकि भारत सरकार का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट होने के कारण यह मामला मंत्रालय स्तर से लेकर पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुँच चुका है अब देखना यह होगा कि इतनी बड़ी चोरी में आगे होता क्या है।