संदिग्ध हाल में मौत होने पर पोस्टमार्टम नहीं कराने की हो जांच:-धर्मवीर तिवारी

भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने सीएम को लिखा पत्र
– तीन मामलों को बनाया आधार, लगाए संगीन आरोप
सोनभद्र:-संदिग्ध हाल में मौत होने पर पोस्टमार्टम नहीं कराने की घटनाओं की जांच कराने के लिए भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने सीएम को पत्र लिखकर जांच करने की मांग की है। जनपद में संदिग्ध मौत होने पर पोस्टमार्टम न कराने का सिलसिला लगातार जारी है। इससे न सिर्फ पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में बाधा पहुंचेगी, बल्कि सरकार की छवि भी खराब हो रही है। यह बातें भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी की हैं। तिवारी ने कहा कि जिस तरह से राजस्व वसूली मामले में सुधाकर दुबे की हवालात में मौत के बाद पोस्टमार्टम न कराया जाना। जिसके कारण मामले में अब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाई। इसी तरह पंचशील मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में गुड्डी यादव व चोपन सामुदायिक केंद्र में मधु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। दोनो का पोस्ट्मार्टम नहीं कराया गया। आरोप लगाते हुए कहा कि पोस्टमार्टम नहीं कराकर सारे सबूत नष्ट कर दिए जा रहे हैं। पूर्व जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिलाधिकारी भले ही मजिस्ट्रियल जांच व हास्पिटलों पर जांच बैठा दिया हो, लेकिन जमीनी स्तर पर गड़बड़ी बढ़ती जा रही है। कहा कि अस्पतालों में अप्रशिक्षित लोग आपरेशन कर रहे हैं, इसलिए आए दिन मौत हो रही है। इस बात का प्रमाण है कि सरकार को बदनाम करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से लगा हुआ है। सीएमओ की ओर से पारदर्शी तरीके से कार्रवाई न करना भी सरकार को बदनाम करना है। धर्मवीर ने कहा कि पूरे मामले को लेकर सीएम को पत्र लिखा गया है, ताकि पीड़ित स्वजन को न्याय मिल सके