यूपी पुलिस भोजूबीर थाना का अजब खेल। पीड़ित को तीन दिनों से बैठाया थाने पर, आरोपी से समझौते का दवाब बना रही पुलिस, नही करने पर मुकदमा में फसाने की दी धमकी। जीबी

दीपू तिवारी संवाददाता वाराणसी
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जौनपुर/भोजुवीर थाना शिवपुर, जिला वाराणसी वैसे तो यूपी पुलिस का अपने कारनामों से चर्चा में रहना कोई बड़ी बात नहीं है। अक्सर ही ऐसी हरकतों से यूपी पुलिस अपना नाम रोशन करती रहती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हालिया प्रकरण जौनपुर के केराकत थाना से सामने आ रहा है जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस ने बखूबी अपने फर्ज को अंजाम देते हुए पीड़ित को ही 3 दिनों से थाने पर बैठा दिया, और रिहा करने की एवज में आरोपियों से समझोते की शर्त रख डाली, और समझौता न करने की स्थिति में चोरी, छिनैती, एस. सी. एस. टी. एक्ट इत्यादि में फंसा देने की धमकी भी दे डाली।
आरोपी अजय सोनकर चूंकि सत्ताधारी पार्टी से हैं और अनुसूचित जाति से संबंध रखता है, शायद इसलिए पुलिस झुकाव आरोपी के पक्ष में ज्यादा है।
जानकारी के अनुसार प्रमोद पांडे निवासी भोजुवीर, थाना शिवपुर, जिला वाराणसी, अपने किसी कार्य से केराकत तहसील, जौनपुर के लिए जा रहे थे। सरायवीरू चौराहे के पास अजय सोनकर 8-10 लोगों के साथ आए और प्रमोद पांडे को मारने पीटने लगे। जानकारी के अनुसार अजय सोनकर ने श्री प्रमोद पांडे के पैकेट में रखा हुआ ₹5000 भी निकाल लिया। जब पीड़ित अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने गए। तो वहां पर पीड़ित को ही आरोपी बनाकर थाने पर बैठा लिया। और वो भी पूरे 3 दिनों तक। ऊपर से थाना प्रभारी द्वारा दबाव भी बनाया जा रहा है की आरोपियों से समझौता कर के उनको पैसे दो, नहीं तो तुम्हारे विरुद्ध मुकदमा कर देंगे ।
पीड़ित पक्ष के घरवाले परेशान है। पीड़ित के पुत्र ने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है।
योगी सरकार के अच्छे कार्यों पर पुलिस का ऐसा रवैया पानी फेरने के लिए काफी है।
ऐसी घटनायें पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल तो उठाती ही हैं, अवैध वसूली और अपराधियों से साठ–गांठ की संभावना को बल भी प्रदान करती हैं।