याद की गई रानी लक्ष्मी बाई जीवन पर डाला गया प्रकाश
याद की गई रानी लक्ष्मी बाई जीवन पर डाला गया प्रकाश
सोनभद्र:रॉबर्ट्सगंज नगर के एक आवास पर गुरुवार को पुष्पा सिंह ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई को जयंती पर याद किया। भाजपा महिला कार्यकताओ उनके चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वही श्री सिंह ने महा स्वतंत्री सेनानी रानी लक्ष्मी बाई को याद करते हुए कहा कि, उनकी शौर्य और गाथा हमेशा देशवासियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहेगी। वहीं देश की पहली महिला प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया। वही आजादी की पहली लड़ाई में अद्भुत पराक्रम का परिचय देने वाली वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। उनकी शौर्यगाथा देशवासियों के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।
वीरांगना लक्ष्मी बाई का जन्म 19 नवंबर 1828 को वाराणसी के अस्सी घाट के पास हुआ था। उनके पिता का नाम मोरेपंत और मां का नाम भागीरथी बाई था। रानी लक्ष्मी के बचपन का नाम मणिकर्णिका था। 14 साल की उम्र में उनकी शादी झांसी के राजा गंगाधर राव से हुई थी। रानी लक्ष्मीबाई ने अपनी बहादुरी से झांसी के किले पर कब्जा जमाने की कोशिश करने वाले अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। इस दौरान पुष्पा सिंह , मंजू गिरी ,अंशू अग्रहरि,कोमल पांडेय, गीता सिंह,नीति सिंह, संगीता पाठक,रूबी गुप्ता आदि लोग मौजूद रहीं।