सड़क निर्माण कार्य में खुलेआम उड़ाई जा रही है मानक की धज्जियां मानक के विपरीत मटेरियल का उपयोग
डाला सोनभद्र
काजल पासवान
डाला कोटा ग्राम पंचायत क्षेत्र अंतर्गत कोटा के टोला पतगड़ी में जिला पंचायत के तरफ से डाला वन रेंज में परासपानी बिट के पतगड़ी टोला में 700 मीटर का सड़क निर्माण गोविंद के घर से सुरेश के घर तक बनाना सुनिश्चित हुआ है और जहाँ ठीकेदार द्वारा मानक के विपरीत मिट्टीदार कत्तल वन विभाग कर सहयोग से इस्तेमाल करने पर स्थानीय ग्रामीणों ने इस सड़क निर्माण को रोकने के पुरजोर विरोध करते हुए इसकी जांच करने की मांग की।
और ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग कर्मचारियों के मिलीभगत से इस रोड निर्माण में ररिहवां टोला के झंडी नाले से मिट्टीदार कत्तल की निकासी एवं नेटियांडांड नाले से मोरंग, खनन करवा कर इस्तेमाल किया जा रहा हैं।रोड निर्माण कार्य के ठीकेदार द्वारा साइड कि देखरेख कर रहा मुंसी ने बताया कि लगभग 80-90 टैक्टर के टाली से यह कत्तल जंगलों से लाया गया हैं। जिन्हें लगभग 200 मीटर तक बिछाया जा चुका है। जिला पंचायत द्वारा संपर्क मार्ग निर्माण कार्य के लिए इसका टेंडर भी कराया गया था कि लोगों को अच्छी सड़क मिलेगी और लोगों का जीवन आसान होगा लेकिन उसके उलट सड़क और कार्य लगाने के पहले ही ठेकेदार जुगाड़ में लग गए उसी का नतीजा है कि आज सड़क निर्माण की दुर्व्यवस्था को देखते हुए स्थानीय लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए । वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इश्तेमाल के साथ वन विभाग से पत्थर को लाकर लगाया जा रहा है । आक्रोशित दर्जनों ग्रामीणों ने जिलापंचायत के द्वारा बन रहे रोड निर्माण के अधिकारियों को स्थल पर बुलाने व जांच के लिए की मांग की है
इस सन्दर्भ में जिलापंचायत के जेई विनोद वर्मा ने रोड निमार्ण में लग रहे पत्थर के सापेक्ष में पूछा गया तो वह कल जाकर देखने की बात कही।
सूत्रों की माने तो इस समय वनकर्मी के मिलीभगत के कारण इस क्षेत्र में वन विभाग के सम्पत्ति को बे-हिचक बेचा जा रहा हैं और कई जगह जंगल को भी उजाड़ दिया गया हैं। जिसकी सूचना वन क्षेत्राधिकारी डाला रेंज को दी भी जा चुकी है ।और इसी क्रम में ओबरा वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी प्रखर मिश्रा ने बताया कि इसे जल्द से जल्द दिखा कर उचित कार्यवाही की जाएगी
जहाँ एक तरफ सरकार वृक्षारोपण पर करोड़ों खर्चा करती हैं वही इस क्षेत्र के कुछ वनकर्मी इस तरह से ग्रामीणों व ठीकेदारो से मोटी रकम लेकर बिना डर भय बेचने का कार्य बिना डर भय के कर रहे हैं । पर्दशन करने वालो में नेहरुलाल, सन्तकुमार संजय गुप्ता, राजबली एवं वार्ड सदस्य भागवत सिंह मौजूद रहे
भले ही काम ठेकेदार को मिल जाता है लेकिन साइड का प्रभार व साइड इंचार्ज संबंधित विभाग के अधिकारी का होता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर हर बार समस्या ग्रामीणों या फिर मीडिया के माध्यम से ही सामने आ पाता है आखिर अधिकारियों की नजर इन कमियों पर क्यों नहीं जाती ।