ओबरा में प्रथम दिवस श्रीकृष्ण जन्म,माखन-चोरी रास-लीला के मंचन का शुभारंभ हुआ।
प्रभु की रासलीला देख सभी भक्त श्रोतागण झूम उठे
अशोक मद्धेशिया
संवाददाता
सोनभद्र/ओबरा। बाबा भूतेश्वर मंदिर परिसर में आयोजित भव्य रासलीला के प्रथम दिन श्रीकृष्ण जन्म एवं माखन चोरी लीला का मंचन किया गया।
बाबा भूतेश्वर मंदिर परिसर में आयोजित रासलीला का शुभारंभ नगर अध्यक्षा प्रानमती देवी ने दीप प्रज्ज्वलन एवं श्री गणेश वंदना से हुआ। रसाचार्य स्वामी श्री ईश्वरचन्द्र जी महाराज के निर्देशन में रास मंडली के कलाकारों द्वारा दिखाया गया। जब दुष्ट राजा कंस दिग्विजय हुआ तो उसने अपने प्रचार प्रसार के लिए अपनी चचेरी बहन देवकी का विवाह महाराज वासुदेव के साथ किया। जब कंस देवकी को रथ में बैठाकर विदा के लिए ले जा रहा था तो उसी समय आकाशवाणी हुई कि जिंस देवकी को तू इतने जोर से ले जा रहा है।
उसकी आठवीं संतान के द्वारा तेरा वध होगा। आकाशवाणी सुनकर कंस ने देवकी को मारने का निश्चय किया। इस पर महाराज वासुदेव ने कंस से कहा कि तुम देवकी को मत मारो, मै इसकी संतानों को आपको सौंप दूंगा। इसके पश्चात दिखाया गया कि कैसे कंस ने देवकी की प्रथम छह संतानों को मार दिया। सातवीं संतान को योग माया ने अपनी माया से रोहिणी के गर्भ में स्थापित किया जो कि भगवान बलराम हुए। देवकी की आठवीं संतान को वासुदेव गोकुल में माता यशोदा के पास छोड़कर आए जो कि भगवान श्रीकृष्ण हुए। श्रीकृष्ण जन्म की लीला के पश्चात बाल श्रीकृष्ण की माखन चोरी की अलग अलग लीलाओं का मंचन किया गया।