शिक्षा चौपाल लगाकर ग्रामीणों को किया जागरूक
मां ही परिवार की भाग्य विधाता {सम्मानित शिक्षक ओमप्रकाश त्रिपाठी}
रवि सिंह,,दद्धी|खंड शिक्षा अधिकारी दुद्धी महेंद्र मौर्या के नेतृत्व में प्राथमिक विद्यालय कलकली बहरा प्रथम में शिक्षा चौपाल लगाकर जन- जागरूकता अभियान चलायी गयी । उन्होंने अभिभावकों तथा माताओं को अभिप्रेरित करते हुए कहा कि, व्यक्ति को विभिन्न परिवेशगत परेशानियां का सामना करना पड़ता है जिसमें- आर्थिक, सामाजिक और विभिन्न निजी समस्याएं हैं, लेकिन अपनी समस्याओं को एक तरफ रखकर बच्चों को घर के कामों में ना लगाइए। उन्हें नियमित विद्यालय भेजें। यदि बच्चा एक भी दिन विद्यालय नहीं आता है तो उनके सीखने की कड़ी कमजोर हो जाती है, जिनको पुनः प्राप्त करना मुश्किल हो जाएगा। साथ ही शासन द्वारा प्रेषित डीबीटी की धनराशि का शत- प्रतिशत प्रयोग बच्चों की शिक्षा के लिए करें।कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों तथा माताओं ने भी बहुत गर्मजोशी के साथ खंड शिक्षाधिकारी के प्रस्ताव को सुनकर शत-प्रतिशत अनुपालन की हुंकार भरी।
कार्यक्रम के मार्गदर्शक किशोर न्यायबोर्ड के न्यायिक मजिस्ट्रेट तथा राष्ट्रपति और राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक ओमप्रकाश त्रिपाठी ने अभिभावकों, ग्रामीणों तथा बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि, मां ही परिवार की भाग्य विधाता है। वह जिधर चाहे परिवार की दिशा को मोड़कर एक आकार दे सकती है। मां बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास करें । गुणों की ईंट से ईंट जोड़ते हुए बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण की भवन को सुदृढ़ता प्रदान करें। बच्चों में बढ़ रही बाल अपराधों की प्रवृत्ति को उचित मार्गदर्शन, स्नेह तथा दुलार से सकारात्मक दिशा में मोड़ने का प्रयास करें। शिक्षकों को आवाहित करते हुए कहा कि एक अच्छा शिक्षक वही है जो बच्चों के मनोविज्ञान को समझे। जैसे किताब पढ़ी जाती है वैसे ही शिक्षक भी बच्चों के मनोविज्ञान को पढ़ते हुए उन्हें उचित मार्गदर्शन दें। बच्चों के समझ को परिवेश से जोड़ते हुए उनमें सुदृढ़ता प्रदान करें।
शिक्षा चौपाल का संचालन कर रहे एआरपी श्रवण कुमार जी ने अभिभावकों को निपुण लक्ष्य से अवगत कराते हुए उनका आवाहन किया । कहा बच्चों की सीख और समझ को स्थायी बनाने में विद्यालय के साथ-साथ घर पर भी पढ़ने के लिए मोटिवेट करें, जिससे हम शीघ्र अति शीघ्र बच्चों को निपुण बना सकें।
संकुल शिक्षक मुसईराम ने शासन द्वारा प्रदत्त तमाम सुविधाओं और योजनाओं को सीढ़ी बताया,जिससे हम शीघ्र अतिशीघ्र निपुण लक्ष्य को प्राप्त कर बच्चों की समझ को विकसित कर सकते हैं।
प्रधानाध्यापिका वर्षा रानी जायसवाल ने कार्यक्रम में आए समस्त अतिथियों- किशोर न्यायबोर्ड के न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री ओमप्रकाश त्रिपाठीजी, खंड शिक्षा अधिकारी दुद्धी , एआरपी, संकुल शिक्षक तथा समस्त अभिभावकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए शीघ्र-अति-शीघ्र निपुण लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए कदमों से अवगत कराया। विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री लक्ष्मीपुरी सिंह ने कहा कि हम निपुण लक्ष्य प्राप्त की दिशा में अग्रसर हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कार्यक्रम में उपस्थित एसएमसी अध्यक्ष शीला देवी, प्रेरक साथी मुस्कान, रंजन कुमार, रमापति, जीरादेवी अनारो, जनेवा, जगती, साजिदा, अनीता, सुनीता, विमला, रामअचल समेत तमाम अभिभावकगण मौजूद रहें।