चावल धूप में सुखाने के बाद खाने की दी नसीहत
चावल धूप में सुखाने के बाद खाने की दी नसीहत
जिलापूर्ति अधिकारी ने मीडिया से मांगी माफी।जिगनहंवा गांव में कोटे की दुकान से बंटा था चावल।
बभनी(अजीत पांडेय)विकास खंड के जिगनहंवा गांव में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान से वितरण हुए चावल को खाने से कुछ लोगों को चक्कर और उल्टी हो गया था।चावल में एक अजीब सी गंध जो गमकसीन पाउडर की तरह आ रहा था।सोमवार को जिलापुर्ति अधिकारी राकेश तिवारी अपनी टीम के साथ जिगनहवा गांव का निरिक्षण किया।बच्चो और ग्रामीणों से मिले और स्वीकार किया की चावल में कुछ गन्ध है।जिसके लिए सेम्पल लिया गया। सोमवार को जिलापुर्ति अधिकारी राकेश तिवारी ने सोमवार व आपूर्ति निरीक्षक रामलाल विपणन निरीक्षक अरुण कुमार जिगनहंवा गांव पहुंचे।गांव में पहुंच कर चावल को देखा और ग्रामीणों से पूछताछ किया जिलापुर्ति अधिकारी ने स्वीकार किया कि चावल मे गन्ध है।अधिकारियों ने ग्रामीणों को चावल सुखाने और धोकर बनाने की नसीहत दिया।एक सप्ताह तक धूप में सुखा दिया जायेगा तो उसका गंध चला जायेगा और उसे खाया जा सकता है।ग्रामीण चावल बनाकर खिलाने को तैयार हो गये।आधा दर्जन ग्रामीण के घरो से सेम्पल लिया।और चावल सुखाकर खाने की नसीहत दिया।वही लोग दवा युक्त चावल खाने को मजबूर है।विकास खण्ड बभनी के राजकीय गोदाम से 61 कोटेदारों को खाद्यान्न वितरित किया गया है जो कि लगभग 8000 कुण्टल खाद्यान्न वितरित हुआ है।चावल मे महक से लोग अब भी परेशान है गरीब परिवार मजबूरी मे दवा व गन्ध से युक्त चावल खाने को मजबूर है।इस दौरान डिप्टी आर एम ओ एव संजय कुमार साथ मे रहे।मामले की जांच के पश्चात जिलापूर्ति अधिकारी खबर कवरेज करने गए पत्रकारों के साथ अमानवीय व्यवहार के साथ बात किए जब इस बात का विरोध किया गया तो जनता के सामने माफी मांगते हुए लौटे।
अखबार में छपी खबर को संज्ञान मे लेकर मामले की जाच किया गया।चावल मे महक है कुछ पुराने होने की भी महक है।सेम्पल लिया गया है इसकी जाच कराया गया।वैसे लोग सुखाकर धोकर खाए।आप लोगों के साथ मुझसे कुछ अनुचित शब्द निकल गए जिससे मैं जानता हूं कि आप लोगों को कष्ट के लिए क्षमा प्रार्थी हुं। राकेश तिवारी जिलापुर्ति अधिकारी