सोनभद्र: हिंदी दिवस पर आयोजित हुई काव्य गोष्ठी
सोनभद्र। शहीद स्थल प्रवंधन ट्रस्ट करारी सोनभद्र के तत्वावधान में हिंदी साहित्य पत्रिका असुविधा के संपादक रामनाथ शिवेंद्र वरिष्ठ साहित्यकार के आवास पर उनके अध्यक्षता में हिंदी दिवस मनाया गया। मां शारदे भवानी मां शारदे भवानी।नव ज्योति भर दे उर में कविता झरे ज्यों पानी ।वाणी वंदना विधिवत शुभारंभ किया गया।अजय चतुर्वेदी कक्का ने हिंदी को समर्पित रचना ,आन बान शान देश की जुबान है, हिंदी हमारी एकता संस्कृति है जान है सुनाकर आयोजन को ऊंचाई दिये। संचालन कर रहे आयोजक प्रदुम्न त्रिपाठीएडवोकेट निदेशक शहीद स्थल प्रवंधन ट्रस्ट करारी सोनभद्र ने, तुलसी सूर कबीर निराला बिहारी केशव रसखान है हिंदी,भूषण चंद सुभद्रा महादेवी,फिर भी घर में मेहमान है हिन्दी , सुनाकर वाहवाही बटोरी ।कवि धर्मेश चौहान एड ने अपनी रचना, हिंद की प्यारी दुलारी है हिंदी हिंद की राजकुमारी है हिंदी सुनाकर माता हिंदी को नमन किया।ओज की कवयित्री कौशल्या कुमारी चौहान ने अपनी रचना मातृभाषा को समर्पित, हिंदी भाषा पर हमको है बेहद ही अभिमान हिंदी हमको लगती जैसे फूलों की मुस्कान सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। दयानंद दयालू ने,, हिंदी के बहेला बयरिया हो जगवा में चहुंओरिया सुनाया और सराहे गए। प्रभात सिंह चंदेल ईश्वर विरागी दिवाकर द्विवेदी मेघ ने भी अपनी सशक्त रचना सुनाकर श्रोताओं को झूमने पर विबस किया और सराहे गये। आयोजन की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार रामनाथ शिवेंद्र ने हिंदी को समर्पित काव्यांजलि देकर रहनसहन खान पान जीवन संस्कृति से जुड़ी हिंदी को नमन किये और आयोजन पूर्ण हुआ।नीतिन सोनल रिषभ शिवमोचन फारुख अली हाशमी ठाकुर कुशवाहा शिखा मृत्युंजय आदि रहे।