आपदा से निपटने के लिए मॉक ड्रिल जरूरी — महाप्रबंधक

अश्फाक कुरैशी, बीजपुर, सोनभद्र
डीएवी पब्लिक स्कूल, एनटीपीसी, रिहंदनगर में आज आग लगने की स्थिति में बचाव के उद्देश्य से माॅक ड्रील का बेहतरीन अभ्यास किया गया। इसमें तीन सौ चौंसठ विद्यार्थियों के साथ विद्यालय के सभी शिक्षक- शिक्षिकाएं भी शामिल रहीं। आग लगने की सूचना अग्निशमन विभाग, इलेक्ट्रीकल विभाग, बीजपुर थानाध्यक्ष आदि को दिया गया। सूचना मिलते हीं सीआईएसएफ की अग्निशमन विभाग के कर्मी अपने उपकरणों के साथ समय से उपस्थित हो गये। धन्वंतरि चिकित्सालय से एंबुलेंस भी पहुंच गया। सभी बच्चे सुरक्षित बाहर आ गए। कक्षा दसवीं के दो विद्यार्थी प्रभाकर और पियूष शर्मा को बेहोशी की स्थिति में एम्बुलेंस से धन्वंतरि चिकित्सालय भेजा गया। सारे बच्चे समय से बाहर आ गए। इस अवसर पर महाप्रबंधक श्री संजय असाटी ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि सभी विद्यार्थियों को आग लगने की स्थिति में अग्निशमन विभाग को तत्काल सूचित करना चाहिए और बचाव के उपकरण को चलाने का तरीका सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय-समय पर मॉकड्रिल के द्वारा विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाना जरूरी है। इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक (सेफ्टी) जिम्मी जोसेफ, विरेन्द्र कुमार नायक, डीजीएम (मानव संसाधन) संतोष उपाध्याय,डीजीएम (टीएसी) सुनील बास्के, डीजीएम (इलेक्ट्रीकल) मनोज रंजन, असिस्टेंट कमांडेंट फायर श्री आलोक चौधरी, रोशन कुमार (उपप्रबंधक,मानव संसाधन) , अभियंता सत्यनारायण सिंह की उपस्थिति में इंस्पेक्टर फायर कैलाश चंद्र गोरा ने सभी विद्यार्थियों को अग्निशमन यंत्र चलाने हेतु प्रशिक्षण दिया। प्रबंधक सेफ्टी कुलदीप चौधरी ने आग से बचाव के तरीके बताए। उन्होंने बताया कि गैस सिलेंडर के लिक होने की स्थिति में सभी खिड़कियां और दरवाजे खोल देना चाहिए। किसी भी स्विच को ऑन- ऑफ नहीं करना चाहिए। डीजीएम इलेक्ट्रीकल मनोज रंजन ने विद्यार्थियों को बताया कि शॉर्ट सर्किट से आग लगने की स्थिति में मेन स्विच ऑफ कर देना चाहिए। विद्यार्थी देवांश चौधरी, रितांशु गुप्ता, नीरव कश्यप आदि ने अग्निशमन यंत्र का बखूबी इस्तेमाल किया। इस अवसर पर थाना प्रभारी अखिलेश मिश्रा अपने पुलिस कर्मियों के साथ उपस्थित रहे। प्राचार्य श्री राजकुमार ने सभी अतिथियों एवं विशिष्ट अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार प्रकट किया।