दुद्धी मे बड़े़ ही अकी़दत और एहतराम के साथ मनाया गया शबे बरात का पर्व ||
* मस्जिद कमेटी ने जामा मस्जिद को विद्युत झालरों से दुल्हन की तरह सजाया और अकी़दत मंदो ने रात भर इबादत कर नेकियों मे किया इजाफा *

सेराजुल हुदा
दुद्धी /सोनभद्र। स्थानीय कस्बा दुद्धी मे गुरुवार की रात शबे बरात का पर्व बड़े ही अकी़दत और एहतराम के साथ मनाया गया | मुस्लिम धर्म कैलेंडर के हिसाब से शबे बरात का पर्व शाबान महीने की 15 तारीख को मनाया जाता है जिसमे सभी मुस्लिम धर्म के लोग अपने- अपने घरों को साफ सुथरा करके मोमबत्ती और विद्युत झालरों से घरों को सजा कर पूरी रात इबादत मे मशगूल रहते हैं | त्यौहार मे घर की औरतें चना , सूजी , खोवा और मैदा का हलवा और बर्फी बनाकर फातिया दिलाकर अपने अपने मरहूमीन ( पुर्वजों) के लिए दुआ करते हैं । कस्बे के जामा मस्जिद मे आज की रात मिलाद शरीफ का प्रोग्राम मस्जिद कमेटी के द्वारा किया गया था । जिसमे धर्मगुरु हज़रत नसीरे मिल्लत के साहबजादे मसऊद रजा़ और मौलाना गुलाम सरवर की तकरीर के साथ हाफिज सैय्यद फखरुद्दीन साहब के साथ दीगर नातिया शायरों ने नातेपाक पढ़ कर वहां मौजूद लोगों के ईमान को ताजा कर दिया । इस दौरान रजा़ जामा मस्जिद दुद्धी के ईमाम हाफिज़ सईद अनवर सहित सैकड़ों की संख्या बच्चे, नवजवान और बुजुर्ग लोग मौजूद रहें |