संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाएगा ” विश्वकर्मा पूजा

संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाएगा ” विश्वकर्मा पूजा
विश्वकर्मा पूजा ” का छुट्टी न होना दुर्भाग्यपूर्ण
सोनभद्र(उमेश कुमार सिंह)ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के कमेटी की बैठक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार विश्वकर्मा की अगुवाई में जिला सोनभद्र के ग्राम पंचायत कुलडोमरी डिबुलगंज में विश्वकर्मा समाज के कार्यालय पर संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों ने काला गुब्बार आसमान में उड़ाकर सरकार की भेदभाव पूर्ण एवं उपेक्षात्मक नीतियों के प्रति जमकर विरोध जताया। बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार विश्वकर्मा ने कहा आस्था से जुड़े विश्वकर्मा पूजा पर्व के अवकाश हेतु देशभर में प्रजातांत्रिक ढंग से चल रहे लंबे संघर्ष के बावजूद हिंदुत्व के कट्टर मौजूदासरकार द्वारा पूजा पर्व के छुट्टी के संबंध में अब तक कोई निर्णय न लिया जाना बहुत ही निराशाजनक एवं दुर्भाग्यपूर्ण है, जिससे विश्वकर्मा समाज के लोगों में जबरदस्त घोर आक्रोश है। उन्होंने कहा पौराणिक शास्त्रों के अनुसार आदि सनातन धर्म की उत्पत्ति एवं देवी देवताओं के साथ ही भगवान विश्वकर्मा के भी अवतरण का उल्लेख विद्यमान है।उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि देश में अनेक पर्व,देवी-देवताओ,संत महापुरुषों राजनेताओं के सम्मान में उनके नाम पर राजकीय अवकाश घोषित है।तो फिर भगवान विश्वकर्मा के साथ सरकार भेदभाव और उपेक्षा क्यों कर रही है।देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा और उनके वंशजों का सृजन और निर्माण के क्षेत्र में सतत योगदान रहा है। विश्वकर्मा समाज की पहचान आस्था संस्कृति संस्कार और स्वाभिमान के प्रतीक देवता है।भगवान विश्वकर्मा का अपमान समाज सहन नहीं करेगा। बैठक में नेताओं ने सरकार पर समाज को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा देवी देवताओं को भी जातीय आधार पर बांटकर भेदभाव कर रही वर्तमान सरकार कहा कि योगी जी ने भगवान विश्वकर्मा के जीवन चरित्र को शैक्षणिक
पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात कह कर उसे आज तक पूरा नहीं किया। बैठक में विश्वकर्मा पूजा पर्व 17 सितंबर को पूरे देश में संकल्प दिवस के रूप में मनाने तथा अवकाश होने तक निरंतर संघर्ष जारी रखने का निर्णय किया गया। बैठक में सम्मिलित प्रमुख रूप से ,,,दीपक विश्वकर्मा, दुर्गेश विश्वकर्मा , धीरज कुमार विश्वकर्मा, करन विश्वकर्मा , शंभू श्याम विश्वकर्मा, नागेंद्र विश्वकर्मा, प्रमोद कुमार विश्वकर्मा ,सुरेश विश्वकर्मा ,मनोज विश्वकर्मा, संजय विश्वकर्मा, पवन विश्वकर्मा, श्रीकांत विश्वकर्मा, पंकज विश्वकर्मा , महेश विश्वकर्मा एवं अन्य समाज के लोग विकास, सुरेश ,बिट्टू ,आदि सैकड़ो की संख्या में विश्वकर्मा समाज के लोग उपस्थित थे।